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जयपुर, 5 अगस्त (हि.स.)। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद चीनी घुसपैठ पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का समर्थन करते हुए कहा है कि राहुल ने कोई गोपनीय जानकारी साझा नहीं की है। चीनी घुसपैठ की जानकारी इंटरनेट और विश्वसनीय स्रोतों पर मौजूद है। उनसे बड़ा देश भक्त कौन हो सकता है।
गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट किया कि राहुल गांधी ने कोई गोपनीय जानकारी साझा नहीं की। गलवान में चीनी घुसपैठ और झड़प जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए, की जानकारी पहले से ही सार्वजनिक है। चीन ने भारत में लगभग दाे हजार किलोमीटर तक की घुसपैठ और उससे संबंधित स्थानों की जानकारी भी इंटरनेट और मीडिया में विश्वसनीय स्रोतों पर उपलब्ध है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा कि लद्दाख के प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक भी समय-समय पर चीनी घुसपैठ को लेकर चिंता जताते रहे हैं। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के बाद 2023 में लद्दाख का दौरा किया था। उस समय बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने भी चीनी घुसपैठ की शिकायत की थी। केंद्र की भाजपा सरकार ने भी चीनी आक्रामकता में हमारे सैनिकों की शहादत को स्वीकार किया है। राहुल गांधी का बयान सरकार से इस मुद्दे पर उचित कार्रवाई की अपील के रूप में था। चूंकि यह उस समय एक ज्वलंत मुद्दा था, इसलिए सरकार को स्वयं आगे आकर इस विषय पर संसद में चर्चा करनी चाहिए थी ताकि देश को विश्वास में लिया जा सके, परन्तु ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि देशभक्ति का सबसे बड़ा स्वरूप होता है ,देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देना। राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी एवं उनकी दादी इंदिरा गांधी ने भारत देश के लिए अपना बलिदान दिया है। राहुल गांधी ने चार हजार किलोमीटर की पदयात्रा कर देश के आमजन की समस्याओं को सरकार के सामने रखने का काम किया। उनसे बड़ा देशभक्त कौन हो सकता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / संदीप