अयाेध्या में झूलनाेत्सव का उल्लास चरम पर
झूलनोत्सव


अयोध्या, 5 अगस्त (हि.स.)। श्रावण शुक्ल एकादशी के साथ ही रामनगरी में झूलनाेत्सव का रंग चटख हाे गया है। झूलन महोत्सव से यहां के मठ-मंदिर आहलादित हैं। युगल सरकार के दिव्य झूलन झांकी का दर्शन कर भक्तगण अपना जीवन कृतार्थ कर रहे हैं। इसी कड़ी में अयोध्याधाम की प्रतिष्ठित पीठ श्रीसीतावल्लभ कुंज बड़े हनुमान मंदिर जानकीघाट में झूलन महोत्सव काे पीठ के महंत रामायणी रामश्रेष्ठ दास महाराज सानिध्य प्रदान कर रहे हैं। मंदिर के उत्तराधिकारी स्वामी छविराम दास महाराज ने कहा कि मंदिर में युगल सरकार का झूलन महोत्सव अपने चरमाेत्कर्ष पर पहुंच चुका है। झूलन सरकार का दर्शन कर भक्तगण अपना जीवन धन्य बना रहे हैं। युगल सरकार के झूलनाेत्सव की परंपरा त्रेतायुग से चली आ रही है। त्रेतायुगीन परंपरा काे हम सब आगे बढ़ा रहे हैं। सर्वप्रथम भगवान श्रीराम ने अपनी अर्धांगिनी सीता संग मणिपर्वत के बाग में झूला झूला था। भगवान ने जिस दिन झूला झूला, वह दिन सावन शुक्ल तृतीया अर्थात हरियाली तीज का रहा। तब से प्रतिवर्ष हरियाली तीज काे मणिपर्वत पर झूला पड़ने के साथ ही अयाेध्या धाम के मठ-मंदिरों में झूलनाेत्सव प्रारंभ हो जाता है, जाे सावन शुक्ल पूर्णिमा यानी रक्षाबंधन तक चलता है। उसके बाद प्रतिपदा तिथि लगने के साथ ही झूलन महोत्सव का समापन हाे जाता है। त्रेतायुगीन परंपरा का हम लाेग आज भी रहे हैं और अपने-अपने मठ, मंदिरों में युगल सरकार को झूले पर पधराकर झूला झुला रहे हैं। जाे भी मनुष्य युगल सरकार के झूलन झांकी का दर्शन करता है, उसे सांसारिक माताओं की गाेद में कभी नहीं झूलना पड़ता है। वह सर्वथा के लिए आवागमन से मुक्त हो जाता है। वहीं खड़ेश्वरी मंदिर नयाघाट अनेकानेक झूलन के पद झूलन में आज सज-धज के युगल सरकार बैठे हैं..। झूला झूलें अवधबिहारी संग जनकदुलारी..। प्यारी संग झूलत प्रीतम प्याराे.. आदि गीताें से गुंजायमान है। मठ में अयाेध्यानगरी के नामचीन उत्सव में चार-चांद लगा रहे हैं। कलाकारों द्वारा झूलन महोत्सव की महफिल सजाई जा रही है। इससे श्राेतागण मंत्रमुग्ध हाे रहे हैं। खड़ेश्वरी मंदिर के पीठाधिपति महंत रामप्रकाश दास महाराज के कुशल मार्गदर्शन में प्रतिदिन युगल सरकार के झूलन महोत्सव की झांकी सज रही है। भगवान के झूलन झांकी का दर्शन कर साधु-संत, भक्तजन पुण्य के भागीदार बन रहे हैं। मठ में नित्य सायंकाल आरती-पूजन पश्चात युगल सरकार के झूलन की दिव्य झांकी सज रही है, जिसका सिलसिला देर रात्रि तक चल रहा है। कलाकार विभिन्न झूलन गीताें से झूलनाेत्सव की शाेभा बढ़ा रहे हैं। पूरा मठ परिसर झूलनाेत्सव के उल्लास में डूबा हुआ है। आस्था, श्रद्धा,आराधना की त्रिवेणी बह रही है। चाराें ओर भक्तिमय वातावरण है। महंत रामप्रकाश दास महाराज कलाकारों को नेग-न्याैछावर भी भेंट कर रहे हैं। मंदिर प्रांगण में युगल सरकार के झूलन झांकी का दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। इस दाैरान रघुवंश संकल्प सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी दिलीप दास त्यागी, पुजारी किशाेरी जी समेत अन्य माैजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय