रमन सूरी ने जम्मू-कश्मीर में विनाशकारी बाढ़ के बाद जवाबदेही और सुधारों का किया आह्वान
जम्मू, 28 अगस्त (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकारिणी सदस्य रमन सूरी ने आज अधिकारियों से जम्मू-कश्मीर में हाल ही में आई बाढ़ और भूस्खलन से हुए जान-माल के नुकसान की ज़िम्मेदारी तय करने का आग्रह किया और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के
रमन सूरी ने जम्मू-कश्मीर में विनाशकारी बाढ़ के बाद जवाबदेही और सुधारों का किया आह्वान


जम्मू, 28 अगस्त (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकारिणी सदस्य रमन सूरी ने आज अधिकारियों से जम्मू-कश्मीर में हाल ही में आई बाढ़ और भूस्खलन से हुए जान-माल के नुकसान की ज़िम्मेदारी तय करने का आग्रह किया और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए सक्रिय कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा को अनिवार्य बनाया जाना चाहिए और नीति निर्माताओं को भी इसकी ज़िम्मेदारी लेनी होगी।

रमन सूरी ने बताया कि किश्तवाड़ के चशोती में हुई गलती को माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर दोहराए हुए एक पखवाड़ा भी नहीं बीता है। उन्होंने कहा कि प्रकृति के संकेतों को समझना ज़रूरी है और यात्रा के नियमों को और सख्त बनाने के साथ-साथ पर्यावरण का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि साथ ही ऐसी चेतावनियों पर नज़र रखने के लिए एक व्यवस्था बनाई जानी चाहिए और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए लगातार सक्रिय रहना चाहिए। तभी भविष्य में ऐसी अप्रिय घटनाओं से बचा जा सकता है।

व्यापक संकट पर बात करते हुए सूरी ने जम्मू-कश्मीर में लगातार खराब मौसम से उत्पन्न स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर बादल फटने के बाद बाढ़ और जलभराव की स्थिति को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की ज़रूरत है। उन्होंने आगे कहा कि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों को पहले ही बेहद महत्वपूर्ण घोषित कर दिया है। यह अच्छी बात है कि स्कूली शिक्षा विभाग ने बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल बंद कर दिए हैं।

अगर हालात ऐसे ही रहे तो उच्च शिक्षा विभाग को भी उचित निर्णय लेने चाहिए। दूर-दराज के इलाकों से भी छात्र कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ने आते हैं। ऐसे में किसी की जान से समझौता नहीं किया जा सकता। सूरी ने मंगलवार को डोडा और उधमपुर ज़िलों में बादल फटने की हालिया घटनाओं का ज़िक्र किया जिससे राज्य भर में नदियाँ और नाले उफान पर आ गए हैं जिससे निचले इलाकों में लोगों की जान को खतरा है।

उन्होंने कहा हालांकि प्रशासन भी सतर्क है और जिन इलाकों में लोग फंसे हुए हैं वहाँ बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। बारिश के कारण शहरों और कस्बों की जो तस्वीर उभरी है उसने कई सवाल भी खड़े किए हैं। स्मार्ट सिटी जम्मू में नालियों और गलियों पर खर्च किए गए करोड़ों रुपये बर्बाद होते दिख रहे हैं। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सवालों के घेरे में है और निर्माण एजेंसियों की कार्यशैली लोगों के निशाने पर है।

राज्य में कई वर्षों के बाद ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। राज्य सरकार को अपना पूरा ध्यान बचाव कार्यों पर केंद्रित करना चाहिए। स्थिति सामान्य होने के बाद इस पर भी चर्चा होनी चाहिए कि क्या खड्डों पर बस्तियाँ बनाने और बसाने की नीति सही है। भाजपा नेता ने ज़ोर देकर कहा कि ये घटनाएँ जलवायु चुनौतियों के विरुद्ध लचीलापन बनाने के लिए शहरी नियोजन और बुनियादी ढाँचा नीतियों की समीक्षा की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करती हैं।

सूरी ने निष्कर्ष निकाला कि हम इस कठिन समय में जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ खड़े हैं और जान-माल की सुरक्षा के लिए मज़बूत व्यवस्था लागू करते हुए चूक के लिए ज़िम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग करते हैं। रमन सूरी ने आवश्यक सेवाओं के अधिकारियों से जम्मू शहर में संचार व्यवस्था, पानी और बिजली की आपूर्ति बहाल करने और भूस्खलन के कारण टूटे इलाकों का युद्धस्तर पर सड़क संपर्क बहाल करने को कहा।

हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह