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पश्चिम सिंहभूम, 27 अगस्त (हि.स.)। जिला स्थित चाईबासा के बरकंदाज टोली (बान टोला) में बुधवार की सुबह एक हृदयविदारक हादसे ने पूरे मोहल्ले को शोक में डुबो दिया। सुनीता कुजूर (30) की मिट्टी की दीवार गिरने से मौके पर ही मौत हो गई। यह दुर्घटना सुबह लगभग साढ़े दस से ग्यारह बजे के बीच उस समय घटी जब सुनीता अपने घर के पास कुछ घरेलू कार्यों में लगी हुई थी। अचानक ही पास की पुरानी मिट्टी की दीवार भरभरा कर गिर गई और वह उसके नीचे दब गई।
हादसे के तुरंत बाद टोला के मुखिया लालू कुजूर और आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे और मलबा हटाकर घायल महिला को सदर अस्पताल चाईबासा पहुंचाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सुनीता कुजूर तीन छोटे बच्चों की मां थी और परिवार चलाने के लिए शादी-ब्याह जैसे कार्यक्रमों में काम करके किसी तरह जीवन यापन करती थी। तीन साल पहले ही उसके पति की बीमारी के कारण मृत्यु हो चुकी थी। अब उसकी एक 12-13 वर्ष की बेटी और दो बेटे, जिनकी उम्र क्रमशः सात से आठ और पांच से छह वर्ष है, पूरी तरह अनाथ हो गए हैं। मां की आकस्मिक मृत्यु ने बच्चों के सिर से बचपन में ही ममता की छांव छीन ली है।
मोहल्ले के लोगों का कहना है कि सुनीता मेहनती और मिलनसार स्वभाव की महिला थी, जो हमेशा अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए संघर्षरत रहती थी। वहीं मुखिया लालू कुजूर ने बताया कि सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मदद के लिए आगे आए और यथासंभव प्रयास किया गया, परंतु महिला की जान नहीं बचाई जा सकी। अस्पताल में चिकित्सकीय प्रक्रिया और पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है।
इस त्रासदी ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। स्थानीय निवासियों और समाजसेवियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस असहाय परिवार को आर्थिक सहायता, बच्चों की पढ़ाई और भरण-पोषण के लिए तुरंत सरकारी सहायता प्रदान की जाए, ताकि मां-बाप दोनों का साया गंवा चुके इन मासूमों का जीवन सुरक्षित रह सके।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक