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देहरादून, 26 अगस्त (हि.स.)। लोकतंत्र सेनानी संघ के सदस्यों ने विधानसभा सत्र के दौरान उत्तराखण्ड लोकतंत्र सेनानी सम्मान विधेयक पारित कराने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार प्रकट किया है।
इमरजेंसी के दौरान कई महीनों जेल में रहने वाले प्रेम बड़ाकोटी ने कहा कि सीएम धामी व उनकी सम्मानित टीम, विधायकों के इस साहसिक व न्यायपूर्ण कदम के प्रति समस्त उत्तराखंडवासी, लोकतंत्र सेनानी व उनके परिवारजन उन्हें धन्यवाद व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि 50 वर्षों के लंबे अन्तराल के बाद सरकार ने इस विषय को अंगीकार किया और मान्यता दी है। बड़ाकोटी ने कहा कि गत समय में अनेकों वरिष्ठ कार्यकर्ता, आपातकाल के प्रेरक योद्धा दिवंगत हो गये, इस अवसर पर उनके कृतत्व का पुण्य स्मरण करना भी हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि सामाजिक कार्यों में सन्नद्ध, ‘लोकतन्त्र सेनानी' की संज्ञा से सम्मानित ये सभी अनुभवी कार्यकर्ता पवित्र अन्तः करण से आप सभी को पुनः साधुवाद ज्ञापित करते हैं। लोकतत्र सेनानी संघ के अन्य सदस्यों ने भी धामी सरकार का आभार प्रकट किया है।पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने भी धामी सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि इससे इमरजेंसी के दौरान जेल गए सेनानियों को सम्मान मिला है।विजय स्नेही, पुनीत लाल ढींगरा, कृष्ण कुमार अग्रवाल, आदि ने भी धामी सरकार का आभार प्रकट किया है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार ने उन योद्धाओं का सम्मान किया है, जिन्होंने लोकतंत्र बचाया है। कांग्रेस की इंदिरा सरकार ने गद्दी बचाए रखने के लिए जनसंघ के नेताओं को जेल भेजकर उन्हें यातनाएं दी थी, वो दौर देश के लोकतंत्र का काला अध्याय रहा है। ऐसे योद्धाओं को सम्मानित करके सरकार गौरवान्वित हुई है।
हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल