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पश्चिम सिंहभूम, 25 अगस्त (हि.स.)। समाहरणालय स्थित सभागार में सोमवार को जिला जल और स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त संदीप कुमार मीणा ने की। इस दौरान चाईबासा और चक्रधरपुर के पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता भी उपस्थित रहे।
बैठक में जिले के विभिन्न मदों से संचालित ग्रामीण जलापूर्ति योजनाएं और स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत चल रही गतिविधियों की समीक्षा की गई। उप विकास आयुक्त ने मोंगरा, गुमरिया और मंझगांव जलापूर्ति योजनाओं से संबंधित प्रगति रिपोर्ट का अवलोकन किया, जो राज्य संपोषित और डीएमएफटी योजनाओं के तहत संचालित हो रही हैं।
इसके अलावा एकल गांव जलापूर्ति योजना और क्लस्टर जलापूर्ति योजना से जुड़ी अद्यतन रिपोर्ट पर प्रमंडलवार समीक्षा की गई। डीडीसी ने पूर्व में निर्मित योजनाओं के मरम्मत और संपोषण के लिए प्राक्कलन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने संबंधित ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों के साथ समन्वय स्थापित कर मरम्मत कार्य समय पर कराने की बात कही।
बैठक में डीडीसी ने अधिकारियों को डीएमएफटी मद से निर्माणाधीन बृहद ग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं में जिन योजनाओं का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है, उन्हें दिसंबर तक और शेष योजनाओं को मार्च 2026 तक हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया।
इसके अतिरिक्त जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत दोनों प्रमंडलों में चल रही योजनाओं की समीक्षा करते हुए डीडीसी ने अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ स्थल पर कार्यों को तेज गति से पूरा करने के निर्देश दिया।
बैठक में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के अंतर्गत व्यक्तिगत शौचालय निर्माण, पृथक्करण शेड, कचरा वाहन संचालन और प्लास्टिक कचरा प्रबंधन इकाइयों की प्रगति पर भी चर्चा हुई और सुधार के निर्देश दिया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, पेयजल विभाग के अभियंता, डब्ल्यूएएसएच समन्वयक, एसबीएम,जेजेएम,यूनिसेफ प्रतिनिधि, और प्रखंड स्तरीय समन्वयक भी उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक