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भुवनेश्वर, 25 अगस्त (हि.स.)। राज्य सरकार की प्रमुख योजना के तहत कैडेट पायलट कार्यक्रम शुरू किया जाएगा, जिसमें आदिवासी लड़कियों को पायलट बनने के लिए स्वतंत्र एवं विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। पूर्वांचल नागरिक उड्डयन मंत्रिमंडल सम्मेलन में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने यह घोषणा की ।
इस अवसर पर राज्य सरकार ने देश की प्रमुख विमान रखरखाव, मरम्मत एवं पुनर्निर्माण सेवा प्रदाता एयर वर्क्स के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इसके तहत भुवनेश्वर के बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक आधुनिक रखरखाव केंद्र स्थापित किया जाएगा। साथ ही युवाओं के कौशल विकास, प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए भी सहयोग किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरी में एक विश्वस्तरीय अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा निर्माणाधीन है, जो विश्व भर के करोड़ों जगन्नाथ भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक और सांस्कृतिक प्रवेशद्वार साबित होगा। झारसुगुड़ा हवाई अड्डे के विस्तार के लिए भी भूमि की व्यवस्था पूरी कर ली गई है।
उन्होंने बताया कि पिछले १४ महीनों में ओडिशा के हवाई अड्डों को १५ नए गंतव्यों से जोड़ा गया है, जिससे राज्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विमान परिवहन नेटवर्क से जोड़ा गया है। राज्य सरकार विमानन क्षेत्र में कौशल विकास और रोजगार सृजन पर विशेष ध्यान दे रही है। इसी क्रम में ढेंकानाल जिले के बिराशोल में एक विश्वस्तरीय विमान प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया जाएगा।
भुवनेश्वर में एक आधुनिक रखरखाव, मरम्मत और पुनर्निर्माण केंद्र भी स्थापित किया जा रहा है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने अपने हवाई अड्डों के लिए प्रगतिशील भूमि आवंटन नीति लागू की है, जिसके तहत हवाई अड्डों पर उड़ान प्रशिक्षण, यूएवी प्रशिक्षण एवं विमान खेल गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन एयरस्ट्रिप्स का वर्तमान में उपयोग नहीं हो रहा है, उन्हें हवाई अड्डों के रूप में विकसित किया जाएगा। राज्य में कुल १४ ऐसे हवाई अड्डे विकसित किए जाएंगे और जिन जिलों में हवाई अड्डा नहीं है, वहां समुदाय के लिए १५ हेलिपोर्ट्स बनाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि उड़ान योजना ने नागरिक उड्डयन क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव लाया है, जिससे पूर्वी भारत के लिए नए अवसर खुले हैं। नागरिक उड्डयन केवल हवाई अड्डों और विमान सेवाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोगों के सपनों को साकार करने, अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने तथा विकसित भारत-२०४७ के लक्ष्य को प्राप्त करने का माध्यम है। प्रधानमंत्री के निरंतर प्रयास हमें 2047 तक विकसित भारत के निर्माण के लिए प्रेरित करते हैं।
कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडु किंजरापु ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने “हवाई चप्पल पहनने वाले लोगों को भी अब हवाई जहाज में यात्रा का अवसर मिलेगा” को पूरा करने के लिए सरकार सभी प्रयास करेगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि ओडिशा की विमान संचालन के लिए पूर्ण सहयोग दिया जाएगा।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री नागरिक उड्डयन मुरलीधर मोहल, राज्य वाणिज्य एवं परिवहन मंत्री विभूति भूषण जेना, छत्तीसगढ़ सरकार के अर्थमंत्री ओम प्रकाश चौधरी समेत अन्य प्रमुख वक्ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव समीर सिन्हा ने स्वागत भाषण दिया, जबकि प्रमुख शासन सचिव, वाणिज्य एवं परिवहन विभाग, उषा पाढ़ी ने विवरण प्रस्तुत करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता महंतो