Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
फतेहाबाद, 25 अगस्त (हि.स.)। डिजिटल युग में साइबर अपराधी लगातार नए-नए तरीके अपनाकर आम जनता को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। हाल ही में देखा गया है कि वे ई-चालान के नाम पर नकली मैसेज और फर्जी लिंक भेजकर लोगों से ठगी कर रहे हैं। इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए सोमवार को फतेहाबाद के पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन ने नागरिकों से सतर्क और जागरूक रहने की अपील की है। एसपी जैन ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस या न्यायालय कभी भी व्हाट्सएप, एसएमएस या किसी अन्य अनजान लिंक के माध्यम से ई-चालान भरने के लिए नहीं कहती। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी प्रामाणिकता की पुष्टि जरूर करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि चालान संबंधी सही जानकारी केवल परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या ट्रैफिक पुलिस के अधिकृत एप या पोर्टल पर ही उपलब्ध होती है। अगर किसी को चालान का मैसेज या लिंक प्राप्त होता है, तो बिना जांच किए उस पर क्लिक न करें क्योंकि यह साइबर ठगी का जरिया हो सकता है। एसपी ने बताया कि साइबर अपराधी लोगों को डराने या भ्रमित करने के लिए इस प्रकार के मैसेज भेजते हैं जैसे आपका चालान बकाया है, तुरंत भुगतान करें। इस तरह के मैसेज में जो लिंक होता है, वह व्यक्ति को किसी फर्जी वेबसाइट पर ले जाता है, जहां कार्ड की जानकारी या ओटीपी डालते ही बैंक खाता खाली कर दिया जाता है। फतेहाबाद पुलिस द्वारा जारी एडवाइजरी में नागरिकों को कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं, जैसे कि ई-चालान की जानकारी केवल अधिकृत पोर्टल से ही प्राप्त करें, किसी भी व्हाट्सएप या एसएमएस लिंक पर क्लिक न करें, अपनी बैंक डिटेल, ओटीपी और पासवर्ड किसी के साथ साझा न करें, ट्रैफिक पुलिस का नंबर गूगल पर खोजने की बजाय सरकारी वेबसाइट से ही लें, और किसी भी संदिग्ध मैसेज की स्थिति में नजदीकी थाना या ट्रैफिक पुलिस से तुरंत संपर्क करें।
हिन्दुस्थान समाचार / अर्जुन जग्गा