पूड़ा : हो समाज की खोती हुई विरासत, जहां पुआल में बंधा था सम्मान और समृद्धि
पश्चिम सिंहभूम, 23 अगस्त (हि.स.)।
कोल्हान के आदिवासी समाज में सदियों से धान और अन्य अनाज को सुरक्षित रखने के लिए पूड़ा (बांदी) बनाने की परंपरा रही है।
पुआल की मोटी रस्सियों से बने इन विशालकाय बंडलों में अनाज को बांधकर रखा जाता था, जो न केवल लंबे स
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