Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
पलामू, 23 अगस्त (हि.स.)। पलामू जिले के सतबरवा प्रखंड अंतर्गत और लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के बोहिता में चियांकी निवासी जिला पुलिस के हवलदार विजय उरांव (37 ), पिता दिवंगत कुलदीप उरांव की हत्या हुई थी। घटना के तीन दिन बाद शव की पहचान मेदिनीनगर सदर थाना क्षेत्र के चियांकी पुराना टोला निवासी के रूप में की गई। रांची रिम्स में शव का पोस्टमार्टम किया गया। परिजनों के बयान पर एफआईआर करने की तैयारी है। शनिवार को लेस्लीगंज के थाना प्रभारी उत्तम कुमार राय ने इसकी पुष्टि की।
उन्होंने बताया कि शव का पोस्टमार्टम हो गया है। परिजनों के आवेदन पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। जल्द ही अनुसंधान में हत्या का मामला स्पष्ट कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले
बुधवार को सतबरवा के बोहिता तीन मुहान की झाड़ी में हत्या करके विजय को फेंक दिया गया था। शव की तत्काल पहचान नहीं हो पाई थी। लेस्लीगंज पुलिस सदर मेदिनीनगर प्रमुख बसंती देवी ने बताया कि अखबार में छपी खबर के बाद उसके परिजनों को घर पर सूचना देने गई थी। पत्नी घर पर नहीं थी, मां से पूछने पर वह कुछ नहीं बता पायी। विजय बुधवार को घर से निकाला था।
समाजिक कार्यकर्ता उमेश उरांव ने बताया कि विजय पूर्वी सिंहभूम जिले के मुसाबनी सीटीसी पुलिस कैंप में हवलदार था। उनके पिताजी दिवंगत कुलदीप उरांव पुलिस में जवान थे। पिता की मृत्यु के बाद विजय पुलिस बल में बहाल हुआ था। साथ में काम करने वाले पुलिस के जवानों ने बताया कि सावन माह में देवघर में ड्यूटी के बाद मुसाबनी काम पर लौटे थे। छुट्टी लेकर अपने घर गए हुए थे। पुलिस ने हत्या वाले स्थल पर से पांच डिस्पोजल ग्लास तथा प्लास्टिक के एक लीटर के तीन बोतल, एक काला रंग का प्लास्टिक का थैला तथा 25- 30 फीट आगे गाना बजाने वाला मेमोरी कार्ड और चप्पल भी बरामद किया था। काला रंग का शर्ट और जींस पहने विनय के गला में गमछा लपेटा हुआ था। पहचान छुपाने के लिए अपराधियों ने मृतक का चेहरा पत्थर कुचल दिया था। वहीं पर खून से सना पत्थर भी बरामद किया गया।
ग्रामीणों ने बताया कि सतबरवा से चार किलोमीटर दूर बोहिता तीन मुहान के पास पूर्व में खोदे गए पत्थर खदान तक मृतक कैसे पहुंचा, यह जांच का विषय है। पांच डिस्पोजल ग्लास और प्लास्टिक के एक लीटर के तीन बोतल होने से अन्य लोगों की मौजूदगी की संभावना है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप कुमार