भारतीय सेना ने डोडा में गुज्जर और बक्करवाल समुदायों के लिए चिकित्सा एवं पशु चिकित्सा शिविर का किया आयोजन
शिविर में मरीजाें की जांच करते डाकटर ्


डोडा, 2 अगस्त (हि.स.)। ऑपरेशन सद्भावना के तहत अपने निरंतर प्रयासों के तहत भारतीय सेना ने डोडा के कुलहंड में एक व्यापक चिकित्सा एवं पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। इस पहल का उद्देश्य कुलहंड तहसील के दूरस्थ और ऊबड़-खाबड़ इलाकों में रहने वाले गुज्जर और बक्करवाल समुदायों की स्वास्थ्य सेवा और पशु चिकित्सा संबंधी ज़रूरतों को पूरा करना था जहाँ खराब सड़क संपर्क, पानी की कमी और विकासात्मक चुनौतियों के कारण चिकित्सा बुनियादी ढाँचे तक पहुँच सीमित है।

इस शिविर का नेतृत्व समर्पित सेना चिकित्सा अधिकारियों ने जिला भेड़ एवं पशुपालन विभाग के डॉक्टरों और सरकारी मेडिकल कॉलेजों के पशु चिकित्सा पेशेवरों के सहयोग से किया। स्थानीय लोगों को सामान्य स्वास्थ्य जाँच, बाल चिकित्सा देखभाल, महिला स्वास्थ्य परामर्श और दवाओं के निःशुल्क वितरण सहित कई आवश्यक चिकित्सा सेवाएँ प्रदान की गईं। माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ज़ोर दिया गया। इसके साथ ही खानाबदोश गुज्जर और बक्करवाल समुदायों के पशुधन जो उनकी आजीविका का एक अनिवार्य घटक है की सहायता के लिए एक पशु चिकित्सा अभियान चलाया गया।

गाय, भेड़, घोड़े, खच्चर, बकरी और भैंस सहित कुल 67 पशुओं की कुशल पशु चिकित्सा कर्मियों द्वारा जाँच और उपचार किया गया। चिकित्सा क्षेत्र में 330 रोगियों -जिनमें 146 नर, 164 मादा और 20 बच्चे शामिल थे-को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की गईं। इस कार्यक्रम में 6 मीडिया संस्थानों, सरकारी मेडिकल कॉलेज के 6 डॉक्टरों और जिला भेड़ एवं पशुपालन विभाग डोडा के पशु चिकित्सकों सहित 6 कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी की। समुदाय में जागरूकता बढ़ाने और स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के लिए निवारक स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता और बाल पोषण पर पर्चे भी वितरित किए गए।

स्थानीय लोगों द्वारा व्यक्त की गई अपार प्रशंसा देश के सबसे वंचित क्षेत्रों की सेवा के लिए भारतीय सेना की दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इस समावेशी आउटरीच प्रयास ने न केवल लोगों को महत्वपूर्ण चिकित्सा सहायता प्रदान की बल्कि भारतीय सेना और उन नागरिकों के बीच विश्वास के स्थायी बंधन को भी मजबूत किया जिनकी वह गर्व से सेवा करती है।

हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह