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कानपुर, 02 अगस्त (हि. स.)। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में राज्य कृषि अधिकारियों एवं कृषि वैज्ञानिकों का पैनल कृषि शिक्षा, शोध एवं प्रसार के क्षेत्र में भविष्य की रणनीतियों पर विचार मंथन चल रहा है। कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार काे कृषि अधिकारियों द्वारा कृषि वैज्ञानिकों, शिक्षकों और छात्रों के साथ विभिन्न शोध योजनाओं और शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे नवोन्मेषी प्रयोगों, न्यू एजुकेशन पॉलिसी और छात्रों की समस्याओं के संबंध में वार्ता हुई। यह जानकारी सीएसए विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. खलील खान ने दी।
मीडिया प्रभारी डॉ. खलील खान ने बताया कि छात्रों के शोध के लिए धनराशि में वृद्धि और छात्रवृत्ति का समय से ना आने, छात्रावास में सुविधाओं के आधुनिकीकरण की आवश्यकता पर बल दिया गया। राज्य सरकार द्वारा विभिन्न सेवाओं के विज्ञापित पदों के लिए विभिन्न संकायों कि अभ्यर्थियों की एलिजिबिलिटी के संदर्भ में भी विद्यमान विसंगतियों के बिंदुओं को रेखांकित किया गया।
डॉ. खान ने बताया कि विश्वविद्यालय की विभिन्न प्रयोगशाला में हो रहे नए शोध और परीक्षणों के संदर्भ में भी राज्य सरकार के अधिकारियों ने बहुत ही गहनता से निरीक्षण किया तथा सब्जियों, फलों व दूध आदि में विभिन्न प्रकार के पेस्टिसाइड रेसिड्यू की जांच के संदर्भ में विस्तृत जानकारी पर चर्चा की गई। गृह विज्ञान संकाय में निरीक्षण के दौरान विभिन्न विभागों में छात्राओं द्वारा किए जा रहे प्रयोगों की सराहना की गयी।
मीडिया प्रभारी ने बताया कि अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉक्टर सी एल मौर्य द्वारा राज्य सरकार के डेलिगेशन के साथ सब्जी विज्ञान विभाग के अंतर्गत जापान के सहयोग से चलाई जा रही शोध परियोजना का निरीक्षण किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर सर्वेश कुमार द्वारा किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद