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पूर्णिया, 17 अगस्त (हि.स.)।
पूर्णिया। राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच) पूर्णिया ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही भ्रामक खबरों का खंडन करते हुए स्पष्ट किया है कि अस्पताल की छवि को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
अस्पताल प्रशासन की ओर से बताया गया कि शनिवार 16 अगस्त 2025 की तड़के लगभग 3:15 बजे सड़क हादसे में घायल तीन लोगों को पुलिस की मदद से एंबुलेंस द्वारा अस्पताल लाया गया। इनमें से एक मरीज को गंभीर हालत में इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया, जिसकी स्थिति ‘गैस्पिंग’ (अत्यंत गंभीर सांस लेने की अवस्था) थी। तुरंत ही उपलब्ध डॉक्टरों की टीम ने पूरी कोशिश की और मरीज को बचाने का हरसंभव प्रयास किया।
लगभग 4:45 बजे डॉक्टरों ने मरीज को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इस दौरान पुलिस ने मृतक की पहचान की प्रक्रिया पूरी की। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि सोशल मीडिया पर यह अफवाह फैलाई गई कि मरीज को समय पर इलाज नहीं मिला और उसे बाहर दरवाजे पर ही छोड़ दिया गया। अस्पताल ने इसे पूरी तरह निराधार और भ्रामक बताया है। अस्पताल के अनुसार, मरीज का इलाज तुरंत शुरू किया गया था और डॉक्टरों ने सभी मेडिकल प्रक्रियाओं का पालन किया।
सुपरिन्टेंडेंट राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, पूर्णिया संजय कुमार ने अपील की है कि बिना सत्यापन के इस तरह की खबरें न फैलाएं। उन्होंने कहा कि “पूर्णिया मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल लगातार मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। इस प्रकार की झूठी और भ्रामक खबरें संस्थान की साख को नुकसान पहुंचाती हैं।”
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हिन्दुस्थान समाचार / नंदकिशोर सिंह