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लखनऊ, 17 अगस्त (हि. स.)। उत्तर प्रदेश की बैंकिंग व्यवस्था में लगातार सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में वित्तीय समावेशन की नीति और सरकारी योजनाओं को बैंकों से जोड़ने की रणनीति ने आमजन का विश्वास बैंकिंग व्यवस्था पर और मजबूत किया है। इसके चलते शहरों के साथ-साथ कस्बों और गांवों तक बैंकों का नेटवर्क मजबूत हुआ है। साथ ही, बैंकों का सीडी रेशियो भी बेहतर हुआ है। जून 2025 के आंकड़ों में इसे स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, जो प्रदेश की आर्थिक मजबूती और बैंकिंग गतिविधियों में आई तेजी को साफ दर्शाते हैं।
जमा और ऋण वितरण में उल्लेखनीय वृद्धिजून 2025 तक राज्य में बैंकों की जमा राशि 1.86 लाख करोड़ वृद्धि के साथ 19.39 लाख करोड़ तक पहुंच गई है। जून 2024 की तुलना में यह 10.60 फीसदी की वार्षिक वृद्धि रही। वहीं, ऋण वितरण के आंकड़े में 0.93 लाख करोड़ (8.79%) की वार्षिक वृद्धि दर्ज हुई है। जून 2025 में यह कुल 11.45 लाख करोड़ रुपये रहा। यह इस बात का प्रमाण है कि राज्य में निवेश और क्रेडिट का माहौल लगातार बेहतर हो रहा है।
सीडी रेशियो में सुधार का संकेतप्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य का सीडी रेशियो मार्च 2025 में 59.04 फीसदी था, जो जून 2025 में मामूली बढ़त के साथ 59.05 फीसदी पर स्थिर रहा। यह स्थिरता संतुलित बैंकिंग व्यवस्था का संकेत देती है। वहीं, जिलावार आंकड़े दर्शाते हैं कि कई जिलों में सीडी रेशियो में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। 80 फीसदी से अधिक सीडी रेशियो वाले जिलों की संख्या बढ़ रही है, जबकि 40 फीसदी से कम सीडी रेशियो वाले जिलों की संख्या घटकर केवल 6 रह गई है।
ग्रामीण और अर्धशहरी क्षेत्रों में बढ़ा विस्तार2014 की तुलना में अब अधिक जिलों में बैंकिंग गतिविधियां विस्तृत हुई हैं। 60 फीसदी से 80 फीसदी के बीच सीडी रेशियो वाले जिलों की संख्या 21 तक पहुंच गई है। यह बदलाव इस बात का संकेत है कि ग्रामीण और अर्धशहरी क्षेत्रों में भी बैंकिंग सेवाओं का जाल फैला है और स्थानीय क्रेडिट जरूरतों की पूर्ति हो रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन