झोला छाप डॉक्‍टर के इलाज से हुई बच्चे की मौत
कोडरमा, 13 अगस्त (हि.स.)। इलाके में झोला छाप चिकित्सक के इलाज से लोगों की मौत हो रही है और जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग मौन है। इस तरह के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बुधवार को डोमचांच थाना अंतर्गत शहीद चौक के समीप तारा मेडिकल में एक कम्पाउंडर क
झोला छाप डॉक्‍टर के इलाज से हुई बच्चे की मौत


कोडरमा, 13 अगस्त (हि.स.)। इलाके में झोला छाप चिकित्सक के इलाज से लोगों की मौत हो रही है और जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग मौन है। इस तरह के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बुधवार को डोमचांच थाना अंतर्गत शहीद चौक के समीप तारा मेडिकल में एक कम्पाउंडर केे सुई लगाने के 10 मिनट के बाद ही आठ वर्षीय बालक ने दम तोड़ दिया। मृतक बालक सत्यम कुमार इंदरवा निवासी गणेश यादव का पुत्र था। वह खरखार निवासी शंकर यादव के यहां नाना घर आया था। परिजनों ने बताया कि सत्यम कुमार को बुखार आया था जिसे तारा मेडिकल इलाज करने के लिए लाया। उसके बाद खून जांच के बाद बच्चे को सूई लगाया गया। सुई लगाने के 10 मिनट के बाद ही बच्‍चे के मुंह से झाग आने लगा और उसने दम तोड़ दिया। दम तोड़ते ही परिजनों में चित्कार मच गई। घटना की सूचना मिलते ही डोमचांच पुलिस तारा मेडिकल पहुंचकर मामले की जानकारी ली। वहीं तारा मेडिकल दुकान में ताला बंद कर संचालक फरार हो गया। मृतक की मां ने बताया कि हमलोग तारा मेडिकल बबुन डॉक्टर उर्फ संदीप घोष के यहां दिखाने आये थे। उस वक्त बच्चा स्वस्थ्य था। इंजेक्शन लगाने के पहले बच्चा पाव रोटी खाया था। डॉक्टर ने एक सुई लिखी और कम्पाउंडर ने सुई लगाया। 10 मिनट बाद ही बच्चे की मौत हो गई।

उल्‍लेखनीय है कि यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी डोमचांच में कुछ दिनों पूर्व झोला छाप डॉक्टर के इलाज के बाद एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी। उस समय भी हंगामा हुआ पर कथित चिकित्सक पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / संजीव समीर