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पलामू, 12 अगस्त (हि.स.)। विश्व हाथी दिवस के अवसर पर पलामू टाइगर रिजर्व में कार्यरत महावतों को पीटीआर प्रबंधन के जरिये मंगलवार को सम्मानित किया गया। पलामू की संस्था मासूम आर्ट ग्रुप और दिल्ली की संस्था सुनेय फाउंडेशन की ओर से पीटीआर के पूर्व निदेशक पद्मश्री पीके सेन की याद में पलामू के सबसे पुराने महावत इमामुद्दीन को श्रेष्ठ महावत सम्मान 2025 से सम्मानित किया गया।
उन्हे 10000 रुपए, अंगवस्त्र और उपहार दिए गए। कुटमू स्थित आदिम जनजाति विद्यालय की छात्राओं के बीच हाथी के बारे में जानकारी दी गई। पीटीआर के उत्तरी प्रमंडल के उप निदेशक प्रजेश कांत जेना ने उन्हें सम्मानित किया।
उन्होंने कहा की हाथी पीटीआर के जंगल के लिए एक अहम जानवर है। इसका संरक्षण जरूरी है। हाथियों के बिना पीटीआर का जंगल अधूरा है। वर्तमान समय मे हाथी और इंसान के संघर्ष की स्थिति सभी जगह है पर पीटीआर में यह स्थिति नियंत्रण में है। फिर भी ऐसी घटनाए शून्य हो इसकी तैयारी की जा रही है। बच्चों के बीच इसे लेकर जानकारी देना सबसे महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर मासूम आर्ट ग्रुप के सचिव सैकत चटर्जी ने कहा कि इमामुद्दीन सिर्फ एक महावत ही नही थे वे एक चलता फिरता इनसाइक्लोपीडिया हैं, जिन्हे बेतला के वन्य प्राणी और जंगल की गहरी जानकारी है। उनके सेवा और समर्पण के लिए उन्हे सम्मानित किया गया।
इमामुद्दीन को सम्मानित करने में सुनेय फाउंडेशन की रिचा सेन ने अग्रणी भूमिका निभाई।
इस अवसर पर पीटीआर प्रबंधन ने कार्यरत महावत रघुनाथ परहिया, रामप्रसाद सिंह, जोहा मियां, सतेंद्र सिंह, नीरेंद्र भुइया, संजय यादव को सम्मानित किया गया। बेतला के पालतू हाथी जूही, मुर्गेश, सीता और राखी को भी फल खिलाया गया। बच्चो को उनके बारे में बताया गया।
कार्यक्रम का संचालन वनकर्मी निरंजन कुमार ने किया। इस अवसर पर वनकर्मी संतोष कुमार सिंह, देवपाल भगत, धीरज कुमार, सुभाष कुमार, प्रवीण कुमार, गुलशन सुरीन सहित अन्य सक्रिय थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप कुमार