Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
गुवाहाटी, 12 अगस्त (हि.स.)। हिन्दू सुरक्षा सेना, असम ने असमवासियों से 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पूरी स्वतंत्रता और स्वेच्छा से मनाने का आह्वान किया है। संगठन ने कहा कि किसी भी आतंकी संगठन की धमकी के आगे झुकने की जरूरत नहीं है।
संगठन के केंद्रीय समिति अध्यक्ष कंचन नाथ और महासचिव आकाश सैकिया ने एक प्रेस बयान में कहा कि उल्फा (स्वाधीन) ने इस वर्ष भी स्वतंत्रता दिवस बहिष्कार और असम बंद का आह्वान किया है, लेकिन उनकी बयानबाजी पुरानी और बेमानी है। उन्होंने आरोप लगाया कि परेश बरुवा और उनके संगठन ने ‘तथाकथित स्वतंत्रता’ के नाम पर शब्दों और नारों का खेल खेलते हुए हजारों निर्दोष लोगों की जान ली।
नाथ और सैकिया ने परेश बरुवा को चीन और बांग्लादेश के गुलाम एजेंट के रूप में वर्णित करते हुए कहा कि असम को किसी विदेशी देश का गुलाम बताना या स्वतंत्रता संग्राम का दावा करना हास्यास्पद है। उनका कहना है कि असम की जनता परेश बरुवा और उनके संगठन की असलियत भलीभांति समझ चुकी है।
केंद्रीय सचिव मिथुन दास ने कहा कि असम के मूल निवासी अब अपने असली दुश्मन को पहचान चुके हैं और उसके खिलाफ संघर्ष शुरू कर दिया है। प्रेस विज्ञप्ति में उल्फा (स्वाधीन) को भविष्य में असम मुद्दे पर बोलने से चेतावनी दी गई। सेना के नेताओं का कहना है कि परेश बरुवा और उनका गिरोह अब असम के जनजीवन में पूरी तरह अप्रासंगिक हो चुके हैं।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश