फतेहाबाद के ट्रस्ट की श्याम ध्वजा ने बनाया अंतरराष्ट्रीय रिकार्ड
फतेहाबाद, 12 अगस्त (हि.स.)। फतेहाबाद की संस्था ''शीश का दानी ट्रस्ट'' का नाम इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉड्र्स में दर्ज हुआ है। ट्रस्ट ने दिव्य चित्रों के साथ सिला और मुद्रित सबसे लंबा कपड़ा (लांगेस्ट क्लॉथ स्टैंड एड प्रिंटर वेद डिवाइन इमेज) कैटेगरी में
फतेहाबाद। वल्र्ड रिकार्ड के सर्टिफिकेट व मेडल के साथ शीश का दानी ट्रस्ट के सदस्य।


फतेहाबाद, 12 अगस्त (हि.स.)। फतेहाबाद की संस्था 'शीश का दानी ट्रस्ट' का नाम इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉड्र्स में दर्ज हुआ है। ट्रस्ट ने दिव्य चित्रों के साथ सिला और मुद्रित सबसे लंबा कपड़ा (लांगेस्ट क्लॉथ स्टैंड एड प्रिंटर वेद डिवाइन इमेज) कैटेगरी में वल्र्ड रिकॉर्ड बनाया है। इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉड्र्स के फाउंडर एवं सीईओ की ओर से ट्रस्ट को सर्टिफिकेट और मेडल भेजे गए हैं। दरअसल, प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल के नेतृत्व में फतेहाबाद की संस्था शीश का दानी ट्रस्ट ने 1551 फुट लंबी श्याम ध्वजा राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर में चढ़ाई थी। इस ध्वजा को चढ़ाने के लिए करीब एक लाख श्यामप्रेमियों ने रिंगस से खाटू श्याम मंदिर तक 17 किलोमीटर पैदल यात्रा की। यह कार्यक्रम 7 दिसंबर 2024 को किया गया था।

ट्रस्ट के प्रधान रिंकू जुनेजा व सचिव योगेश तनेजा ने मंगलवार को बताया कि 2022 में उन्होंने ट्रस्ट बनाया था। इस समय ट्रस्ट में 35 सदस्य हैं। वे पिछले दो साल से ध्वज यात्रा निकाल रहे हैं। 2023 में 1151 फुट लंबी जबकि 2024 में 1551 फुट लंबी ध्वजा चढ़ाई थी। प्रधान रिंकू जुनेजा ने बताया कि जुलाई 2024 में उनके मन में आया कि सबसे लंबी ध्वज यात्रा निकालनी चाहिए। इसके बाद सभी सदस्यों ने सहमति दी। फिर उन्होंने प्रसिद्ध गायक कन्हैया मित्तल को प्रचार के लिए आग्रह किया तो उन्होंने इसमें पूरी भागीदारी का आश्वासन दिया। उप प्रधान मोहित नागपाल और कैशियर मोहित खन्ना ने बताया कि 1551 फुट लंबी ध्वजा बनाने के लिए गुजरात के सूरत शहर से प्रिंटिड कपड़ा मंगवाया गया। इसके बाद करीब डेढ़ महीने तक फतेहाबाद में ही इसकी सिलाई की गई। इस पूरे प्रोजेक्ट को तैयार करने में दो महीने का समय लगा। सूरत से प्रिंटिड कपड़ा मंगवाने और इसकी सिलाई करवाने में करीब एक लाख 40 हजार रुपए का खर्च आया। जो संस्था के सदस्यों ने ही अपने स्तर पर जुटाया। फतेहाबाद से श्याम भक्त 12 बसों और अन्य वाहनों के जरिए 6 अगस्त को राजस्थान के रिंगस पहुंचे। यहां से 7 अगस्त को 17 किलोमीटर की नंगे पांव पैदल यात्रा करते हुए खाटू श्याम मंदिर पहुंचे। जहां इस ध्वजा को चढ़ाया गया। एक बार में इस ध्वजा को उठाने में दो हजार श्याम भक्त लगे। बारी-बारी से 17 किलोमीटर तक श्याम भक्त ध्वजा को उठाते रहे। बाकी श्याम भक्त नाचते-गाते हुए मंदिर तक पहुंचे। इस पूरे कार्यक्रम में एक लाख से अधिक श्याम भक्त शामिल हुए। ट्रस्ट के संरक्षक प्रवीण मुंजाल की बेटी प्रीतिका मुंजाल ने जनवरी 2025 में इंटरनेशनल बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉड्र्स की टीम से मेल के जरिए ऑनलाइन संपर्क किया। टीम ने उनसे सारी वीडियो क्लिपिंग, डॉक्यूमेंट्स व अन्य जानकारी मंगवाई। प्रधान रिंकू जुनेजा ने बताया कि इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉड्र्स की टीम ने करीब दो महीने तक इस प्रक्रिया को चलाए रखा। लगातार उनके संपर्क बना रहा। अब उनके पास यह सर्टिफिकेट और मेडल कुरियर के जरिए पहुंचे हैं। इस ध्वजा को एक दिन तक खाटू श्याम मंदिर में ही रखा गया। इसके बाद अगले दिन ध्वजा को फतेहाबाद लाया गया। यहां ध्वजा के 10-10 फुट के हिस्से करके उनसे ध्वज बनाए गए, जो श्याम भक्तों ने अपने-अपने घरों पर लगाए हैं। प्रधान रिंकू जुनेजा व अन्य सदस्यों ने बताया कि उनका अगला लक्ष्य इस साल दिसंबर में 2100 फुट लंबी ध्वजा श्याम मंदिर में चढ़ाना है। इसके लिए पहले से ही इंटरनेशनल बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉड्र्स की टीम से संपर्क किया जाएगा। टीम खुद मौके पर रहेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / अर्जुन जग्गा