Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
बलरामपुर, 12 अगस्त (हि.स.)। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी महतारी वंदन योजना से महिलाओं के जीवन में आत्मनिर्भरता की नई आशा जगी है। योजना किसी के लिए आर्थिक मजबूती का माध्यम बनी है, तो किसी के लिए यह भविष्य की सुरक्षा की नींव साबित हो रही है।
बलरामपुर विकासखंड के गांव सुर्रा में रहने वाली नाग का जीवन कभी संघर्ष की लंबी पगडंडियों से होकर गुजरता था। सुबह होते ही वह और उनके पति खेत की ओर निकल जाते, हाथ में कृषि औजार, कंधे पर बोझ और मन में यह चिंता कि इस बार फसल के लिए खाद-बीज कैसे जुटाया जाएगा। खेत में मेहनत करने पूरी लगन और ताकत भी थी, लेकिन पैसों की कमी अक्सर उनकी मेहनत को आधा अधूरा छोड़ देती थी। कभी मौसम साथ न देता, तो कभी सही समय पर खेती का काम नहीं हो पाता। पिछले कई सालों तक उनका यही संघर्ष चलता रहा। कई बार वे बच्चों की जरूरतें टालकर खेत के लिए पैसे जुटाने पड़ते थे।
इसी बीच राज्य शासन ने महतारी वंदन योजना लाई। गांव की अन्य महिलाओं की तरह नाग भी योजना से जुड़ी, उनके खाते में हर महीने एक हजार की राशि सीधे आने लगी। एक-एक करके 18 किश्तें उनके खाते में पहुंचीं छोटी सी रकम, लेकिन उनके लिए यह उम्मीद की बुनियाद बन गई। इस बार उन्होंने योजना की राशि का उपयोग धान की फसल लगाने में किया है। उन्होंने बिना उधार लिए खाद और बीज खरीदा।
खेत में बुआई समय पर हुई, जिससे खेती सुचारू रूप से चल रही है और पैदावार को लेकर उनकी उम्मीदें बढ़ गई हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महतारी वंदन योजना ने हमें केवल आर्थिक सहारा दिया है, अब हमें लगता है कि मेहनत का फल और भी बेहतर होगा। महतारी वंदन योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है, बल्कि ग्रामीण अंचलों में कृषि कार्य को बेहतर करने में भी सहयोग मिल रहा है। नाग जैसे कई महिलाओं के जीवन में महतारी वंदन योजना बदलाव ला रही है, इससे आर्थिक संबल मिल रहा है। साथ ही वे अपने और अपने परिवार के उज्जवल भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा रही है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय