चर्च में हेरो पर्व मनाने के विरोध में हो समाज ने किया पैदल मार्च
पश्चिम सिंहभूम, 12 अगस्त (हि.स.)। सिंहभूम जिला के चाईबासा स्थित रोमन कैथोलिक चर्च में आदिवासी हो समाज का पारंपरिक हेरो पर्व मनाए जाने के विरोध में मंगलवार को आदिवासी हो समाज महासभा और उसकी विभिन्न अनुषंगी इकाइयों के पदाधिकारियों, ग्राम के दियुरी और म
रोमन कैथोलिक चर्च में हेरोः पर्व मनाने के विरोध में 'हो' समाज का पैदल मार्च, डीसी को सौंपा ज्ञापन*


रोमन कैथोलिक चर्च में हेरोः पर्व मनाने के विरोध में 'हो' समाज का पैदल मार्च, डीसी को सौंपा ज्ञापन*


पश्चिम सिंहभूम, 12 अगस्त (हि.स.)। सिंहभूम जिला के चाईबासा स्थित रोमन कैथोलिक चर्च में आदिवासी हो समाज का पारंपरिक हेरो पर्व मनाए जाने के विरोध में मंगलवार को आदिवासी हो समाज महासभा और उसकी विभिन्न अनुषंगी इकाइयों के पदाधिकारियों, ग्राम के दियुरी और मानकी-मुंडाओं के नेतृत्व में पैदल विरोध मार्च निकाला गया।

करीब 15–16 दिन पहले हुए चर्च कार्यक्रम के खिलाफ यह प्रदर्शन किया गया, जिसमें लगभग सैकडों लोग बैनर और पोस्टर के साथ शामिल हुए। विरोध मार्च महासभा भवन से शुरू होकर पोस्ट ऑफिस चौक, जैन मार्केट, कोर्ट परिसर, तांबो चौक होते हुए समाहरणालय परिसर पहुंचा, जहां उपायुक्त चंदन कुमार को ज्ञापन सौंपा गया।

प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि चर्च में हो समाज का पारंपरिक त्योहार आयोजित कर समाज की सांस्कृतिक और धार्मिक भावनाओं का अपमान किया गया है। प्रतिनिधियों का कहना है कि यह त्योहार केवल राजस्व ग्रामों में ग्राम के दियुरी और रैयतों की ओर से परंपरागत रूप से मनाया जाता है और इसमें बाहरी धार्मिक संस्थाओं का हस्तक्षेप अस्वीकार्य है।

उन्होंने इसे भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25, 26 और 28 (धार्मिक स्वतंत्रता से संबंधित) का उल्लंघन बताया और कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से समाज में भ्रम फैलाया जा रहा है। प्रतिनिधियों ने यह भी आरोप लगाया कि चर्च के माध्यम से गरीब, दूरवर्ती और अशिक्षित आदिवासियों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने की कोशिश की जा रही है।

प्रदर्शनकारियों ने उपायुक्त से मांग किया कि चर्च में हेरो पर्व मनाने वाले फादर और पुरोहितों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। साथ ही अवैध रूप से बनाए गए चर्च भवनों की जांच कर उचित कार्रवाई की जाए। उपायुक्त चंदन कुमार ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी, साथ ही चर्च निर्माण संबंधी शिकायतें लिखित रूप में देने को कहा गया।

प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट किया कि यदि जिला प्रशासन ने उनकी मांगों पर समयबद्ध कार्रवाई नहीं की, तो वे चाईबासा और कोल्हान बंद करने जैसा बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे।

विरोध मार्च में दियुरी मैथ्यु देवगम, सामु लागुरी, मानकी-मुण्डा संघ के केंद्रीय अध्यक्ष गणेश पाट पिंगुवा, 'हो' समाज महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष मुकेश बिरूवा, उपाध्यक्ष बामिया बारी, महासचिव सोमा कोड़ा, संयुक्त सचिव छोटेलाल तामसोय, चंद्रमोहन बिरूवा, महिला महासभा अध्यक्ष अंजु सामड सहित अन्‍य शामिल हुए।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक