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रायगढ़ , 12 अगस्त (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के जिला रायगढ़ की न्यायिक व्यवस्था में आज एक नया अध्याय जुड़ गया। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने वर्चुअल माध्यम से कई महत्वपूर्ण न्यायिक अधोसंरचना परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इस अवसर पर रायगढ़ के पोर्टफोलियो न्यायाधीश संजय के.अग्रवाल एवं उच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीश की गरिमामय उपस्थिति रही।
मुख्य न्यायाधीश श्री सिन्हा ने रायगढ़ जिले के तहसील खरसिया में व्यवहार न्यायालय वरिष्ठ श्रेणी के न्यायालय एवं डिजिटल कम्प्यूटर कक्ष का शुभारंभ और तहसील घरघोड़ा में लॉयर्स हॉल एवं डिजिटल कम्प्यूटर कक्ष तथा बिलाईगढ़-भटगांव स्थित सिविल न्यायालय में न्यायिक अधिकारियों के लिए आवासीय भवन का शिलान्यास किया।
मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने अपने उद्बोधन में इन सभी परियोजनाओं के उद्घाटन एवं शिलान्यास का श्रेय न्यायालय, न्यायिक सेवा अधिकारियों एवं कर्मचारियों को देते हुए कहा कि यह पहल न्यायिक व्यवस्था को और सुदृढ़ एवं आधुनिक बनाएगी। उन्होंने कहा कि न्यायालयों में अधोसंरचना का उद्देश्य न्यायिक अधिकारियों की क्षमता एवं तत्परता को बढ़ाना है, जिससे पक्षकारों को शीघ्र एवं गुणवत्तापूर्ण न्याय मिल सके। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य न्यायिक सेवा के न्यायिक अधिकारीगण, वरिष्ठ न्यायाधीश एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश जितेन्द्र कुमार जैन ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया, वहीं अपर सत्र न्यायाधीश देवेन्द्र साहू ने आभार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल, अधिवक्तागण, जिला एवं सत्र न्यायालय के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / रघुवीर प्रधान