बिहार के बोधगया में 24.21 करोड़ रुपये की लागत से हाेगा बतसपुर बांध का विस्तार
पटना, 12 अगस्त (हि.स.)। बिहार सरकार ने गया जिले के बोधगया प्रखंड के बतसपुर पंचायत समेत आस-पास के तीन पंचायतों को बाढ़ से बचाने के लिए बतसपुर वीयर के उर्ध्वप्रवाह में बांध के विस्तार की महत्वाकांक्षी योजना को प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है। राज्य के उपमु
बिहार के बोधगया में 24.21 करोड़ रुपये की लागत से हाेगा बतसपुर बांध का विस्तार


पटना, 12 अगस्त (हि.स.)। बिहार सरकार ने गया जिले के बोधगया प्रखंड के बतसपुर पंचायत समेत आस-पास के तीन पंचायतों को बाढ़ से बचाने के लिए बतसपुर वीयर के उर्ध्वप्रवाह में बांध के विस्तार की महत्वाकांक्षी योजना को प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है। राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने मंगलवार काे इसकी जानकारी दी।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि इस 24 करोड़ 21 लाख 62 हजार 300 रुपये की परियोजना के तहत दायीं तरफ 1,540 मीटर और बायीं तरफ 1,517 मीटर लंबा बांध बनाया जाएगा। परियोजना का कार्यान्वयन अक्टूबर, 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत बतसपुर वीयर के दोनों किनारों पर 800-800 मीटर का मौजूदा निर्गम बांध (एफ्लक्स) बांध मौजूद है। अब अतिरिक्त विस्तार के लिए दायी तरफ 1,540 मीटर और बायीं तरफ 1,517 मीटर की लंबाई में नए बांध का निर्माण होगा, जिससे कि नदी का अतिप्रवाह (ओवरफ्लो) रोका जा सकेगा। बांध की संरचना पूर्व की निर्मित निर्गम बांध के अनुरूप ही तैयार किया गया है।

उन्हाेंने कहा कि पिछले वर्ष (2024) में भारी वर्षा के कारण मुहाने नदी में जलस्तर बढ़ने से बतसपुर पंचायत और अन्य इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया था। इससे स्थानीय किसानों की फसलें और सड़कें बर्बाद हो गई थीं। नदी की बाढ़ को रोकने के लिए दक्षिण दिशा में बांध को बढ़ाना जरूरी समझा गया है। जिले के पदाधिकारी द्वारा भी बाढ़ नियंत्रण के लिए बांध निर्माण की सिफारिश की गई थी।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि नदी के दोनों किनारों पर बांध बनने से न सिर्फ बाढ़ का जोखिम कम होगा, बल्कि हजारों किसानों की फसलों की सुरक्षा एवं गांवों की बुनियादी संरचना भी मजबूत होगी। सरकार का उद्देश्य है कि अब कोई भी पंचायत बार-बार बाढ़ से तबाह न हो।

उन्होंने कहा कि बतसपुर वीयर बांध विस्तार परियोजना के पूर्ण होने पर बतसपुर एवं आसपास के तीन पंचायतों के खेत, सड़कें और गांव सुरक्षित रहेंगे। यह बांध सिंचाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई ताकत देगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / चंदा कुमारी