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पूर्वी सिंहभूम, 11 अगस्त (हि.स.)। विधायक सरयू राय ने कहा कि लोगों को वेदों का अध्ययन और अनुशीलन करना चाहिए, ताकि हमारे ऋषि-मुनियों की परंपरा पुष्पित-पल्लवित हो सके। वे सोमवार को साकची स्थित स्वर्णरेखा नदी के तट पर नगर विकास विभाग के मद से निर्मित वेद अध्ययन अनुशीलन शेड के उद्घाटन अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस केंद्र में आने वालों को धर्मरक्षिणी पौरोहित्य महासंघ के सम्मानित सदस्य वेद अनुशीलन की शिक्षा देंगे।
मौके पर राय ने कहा कि अब समय आ गया है जब वेद अनुशीलन के महत्व को लोगों तक पहुंचाया जाए। हमारे वेदों में क्या लिखा है, हमारी संस्कृति और सनातन धर्म की मूल भावना क्या है—इन विषयों पर समाज में चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि धर्म को लेकर देश-दुनिया में जो परिस्थितियां हैं, वह किसी से छुपी नहीं हैं। ऐसे में वेद अनुशीलन केंद्र के माध्यम से सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार किया जाना आवश्यक है, ताकि लोग अपने धर्म और परंपराओं को जानें, समझें और अपनाएं।
उन्होंने कहा कि इस केंद्र का व्यापक प्रचार होना चाहिए, जिससे अधिक से अधिक लोग यहां आकर वेदों का अध्ययन कर सकें और सनातन धर्म को मजबूत बना सकें। राय ने आश्वासन दिया कि वेद अध्ययन अनुशीलन कार्य में यदि किसी प्रकार की व्यवस्थागत कमी होगी तो वे उसे दूर करने में सहयोग करेंगे। उन्होंने इसे एक पुनीत कार्य बताते हुए कहा कि वेदों को पढ़ना, जानना और समझना समाज के हित में है और इसे जितना अधिक आगे बढ़ाया जाएगा, समाज उतना ही सशक्त होगा।
इस अवसर पर धर्मरक्षिणी पौरोहित्य महासंघ के अध्यक्ष बिपीन झा, सचिव उमेश कुमार तिवारी, कोषाध्यक्ष सुधीर झा, विवेक पांडेय, राघवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ झुन्ना, धर्मेंद्र प्रसाद, सत्येंद्र पांडेय, राज सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक