Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
कांकेर, 11 अगस्त (हि.स.)। जिले के कापसी वन परिक्षेत्र में पड़ाेसी राज्य महाराष्ट्र से एक वन्य प्राणी हाथी पखांजूर के ग्राम मसानकट्टा में प्रवेश कर गया है । ग्राम मसानकट्टा में दंतैल दिखने के बाद क्षेत्र में चेतावनी जारी कर दिया गया है। वन विभाग द्वारा आस-पास के गांवों में मुनादी कर लोगों को सतर्क रहने और रात में बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी एक हाथी पखांजूर इलाके में पहुंचा था। उसने एक युवक को कुचल कर मार दिया था। इस घटना के कारण हाथी के आने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। वन परिक्षेत्र अधिकारी देवदत्त तारम ने बताया यह हाथी किस दल का है अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है। उन्हाेंने बताया कि हाथी ने अब तक किसी तरह का नुकसान नहीं पंहुचाया है।
सुरक्षा के मद्देनजर जिस इलाके में हाथी जा रहा है, उस इलाके में बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है। परलकोट इलाके के मसानकट्टा में 10 अगस्त को दोपहर हाथी के पैर के निशान खेतों में मिले। इसके बाद जानकारी मिली कि हाथी महाराष्ट्र से वापस छत्तीसगढ़ की सीमा में आ गया है। हाथी के छत्तीसगढ़ की सीमा में आने के बाद महाराष्ट्र वन विभाग के कर्मचारियों ने इसकी सूचना कापसी वन परिक्षेत्र को दी। शुरू में हाथियों की संख्या को लेकर भ्रम था, लेकिन महाराष्ट्र के वन विभाग ने बताया गया था कि कांकेर जिले में पांच हाथियों ने प्रवेश किया है। इस सूचना के बाद जिले के वन विभाग का पूरा अमला अलर्ट हो गया। जंगल में पूरी तरह जांच करने के बाद पता चला कि केवल एक ही हाथी पखांजूर इलाके में पहुंचा है। वह वर्तमान में गांव मसानकट्टा के जंगल में है। हाथी के पदचिन्ह आसपास के गांव के खेतों में भी मिले हैं। उसने कुछ जगहों और पेड़ों को नुकसान पहुंचाया है। मसानकट्टा समेत मरोड़ा, पिनकोडो, बैकुंठपुर, मायापुर, दुर्गापुर और जगन्नाथपुर में वन विभाग लगातार मुनादी कर रहा है। ग्रामीणों को हाथी से दूरी बनाए रखने की समझाइश दी जा रही है। साथ ही जंगल नहीं जाने और रात में अकेले घर से न निकलने की हिदायत भी दी जा रही है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे