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तालाब समेत अन्य स्थानों पानी में डूबने से मृत 5 लोगो के परिजनों को 4-4 लाख रूपये दी गई सहायता
प्रयागराज,10 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसी भी आपदा से निपटने एवं आपत्ति विपत्ति में त्वरित कार्यवाई करते है एवं निर्णय लेते है। उक्त बात रविवार को ब्वॉयज हाईस्कूल परिसर में बाढ़ प्रभावित लोगो को बाढ़ राहत किट वितरण करने के मौके पर उप्र सरकार के औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एन.आर.आई.एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा।
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 140 करोड़ लोग कैसे सुरक्षित हो, कैसे व्यवस्थित हो व उनका जीविकोपार्जन कैसे चले, किसी तरह की समस्या हो, तो उसका तुरंत निस्तारण हो, इसके बारे में सोचते है।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने देखा कि प्रदेश में बाढ़ की स्थिति विकराल रूप लेने लगी है, तो उन्होंने तुरंत ही इस समस्या से निपटने के लिए मंत्रियों की एक टीम का गठन किया। उन्होंने कहा कि मैं 3 अगस्त को बाढ़ का निरीक्षण करने आया था, उस समय बाढ़ के पानी का जलस्तर बहुत तेजी से बढ़ रहा था, उस समय बाढ़ में फंसे हुए लोगो को निकालना, जिनके घरों में पानी घुंस गया था, उन्हें बाढ़ राहत शिविर तक पहुंचाना तथा बाढ़ राहत शिविर में उनके रहने, खाने, पीने एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित किया जाना था।
मंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी व प्रशासन की पूरी टीम बधाई की पात्र है, जिनके नेतृत्व में जिला प्रशासन पूरी तत्परता के साथ सराहनीय कार्य करते हुए बाढ़ से प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचकर मदद पहुंचायी। आपदा के समय पीड़ितों की हर सम्भव मदद करना सरकार की प्राथमिकता है। आज भी राशन किट का वितरण किया जा रहा है और आगे भी जरूरत के अनुसार वितरण जारी रहेगा। मंत्री ने लोगों को आश्वस्त किया कि आपदा के दौरान प्रदेश सरकार, शासन व प्रशासन आपके साथ है।
इस अवसर पर मंत्री नंन्द गोपाल गुप्ता नंदी की उपस्थिति में बाढ़ से प्रभावित 1500 लोगो को राशन किट का वितरण किया गया तथा तालाबों एवं अन्य स्थानों पर पानी में डूबने से मृत हुए 05 लोगो के परिजनों को 4-4 लाख रूपये का डेमो चेक दैवीय आपदा राहत कोष से प्रदान किया गया। राशन किट में आटा-10 किलो, चावल-10 किलो, अरहर दाल-2 किलो, चना-2 किलो., भुना चना-2किलो, नमक-1किलो, रिफाइंड एवं सरसो का तेल-1लीटर, बिस्कुट-10पैकेट, हल्दी-200 ग्राम, मिर्च-100ग्राम, सब्जी मसाला-200ग्राम, चीनी-1 किलो, तिरपाल-1पीस, माचिस व मोमबत्ती-प्रत्येक 1पैकेट, नहाने का साबुन-2 अदद, कपड़े धोने का साबुन-2 अदद, सेनेट्री पैड-20 अदद, डिस्पोजेबल बैग-20 अदद, डेटाल/सेवलॉन-100 एमएल-1 पीस, सूती कपड़ा-1 मीटर, तौलिया-1 पीस, लाई-2.5 किलो, 18 लीटर की ढक्कनदार बाल्टी- 1पीस, आलू-10 किलो, मग-1 अदद, जैसी जरूरी वस्तुएं है।
इस अवसर पर जिलाधिकरी मनीष कुमार वर्मा ने जनपद में बाढ़ से प्रभावित लोगो के लिए किए गए प्रबंधन के बारे में मंत्री को विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि जनपद में शहरी क्षेत्र में बाढ़ से कुल 54 मुहल्ले जिसमें कुल 42521 लोग प्रभावित हुए थे। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों में छह तहसीलों के अन्तर्गत 69 ग्राम के कुल 39500 लोग बाढ़ से प्रभावित थे। नगर क्षेत्र में कुल 21 बाढ़ शरणालय स्थापित किए गए थे, जिनमें कुल 2223 परिवार के 9470 व्यक्तियों काे बाढ़ राहत शरणालयों में निवास किया गया। वर्तमान में सभी वर्तमान सभी लोग अपने घरों में चले गये हैं।
बाढ़ में पशुओं की भी बचाई गई जान
पशुओं को बाढ़ से बचाव के लिए कुल 78 पशु शिविर चिन्हित थे, जहां पर 1007 पशुओं को उपचारित, 6850 पशुओं का टीकाकरण, 989 कुन्तल भूसा का वितरण एवं 2980 पशुओं को बचाया गया था। इसी प्रकार से बाढ़ से निटने के लिए कुल 21 मेडिकल शिविरों में 3161 लोगो को उपचारित, 2787 ओ.आर.एस. एवं 6705 क्लोरिन का वितरण किया गया।
इस अवसर पर भाजपा महानगर अध्यक्ष संजय गुप्ता, शहरी उत्तरी के विधायक के प्रतिनिधि सहित अन्य जनप्रतिनिधि के अलावा अपर जिलाधिकारी वित्ता एवं राजस्व विनीता सिंह, मुख्य राजस्व अधिकारी कुंवर पंकज, सिटी मजिस्ट्रेट विनोद कुमार सिंह, उपजिलाधिकारी सदर अभिषेक सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल