छत्रपुर में ‘गरीब कल्याण और विकास सम्मेलन’ में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री
-गंजाम की कुशल मानव संपदा का उपयोग कर रोजगार के नए अवसर सृजित करना – धर्मेंद्र प्रधान भुवनेश्वर, 10 अगस्त (हि.स.)। अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र गंजाम कला, कौशल और मेहनतकश लोगों का शहर है। गंजाम ज़िले का विकास हुए बिना विकसित ओडिशा का सपना पूरा नहीं ह
छत्रपुर में ‘गरीब कल्याण और विकास सम्मेलन’ में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री


-गंजाम की कुशल मानव संपदा का उपयोग कर रोजगार के नए अवसर सृजित करना – धर्मेंद्र प्रधान

भुवनेश्वर, 10 अगस्त (हि.स.)। अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र गंजाम कला, कौशल और मेहनतकश लोगों का शहर है। गंजाम ज़िले का विकास हुए बिना विकसित ओडिशा का सपना पूरा नहीं हो सकता। गंजाम की व्यावसायिक आधारभूमि को मज़बूत करने के लिए हमें योजना बनानी होगी। गंजाम के मानव संसाधन का उपयोग कर अधिक से अधिक रोज़गार सृजित करना हमारी ज़िम्मेदारी है, यह बात केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को गंजाम ज़िले के छत्रपुर में आयोजित ‘गरीब कल्याण और विकास सम्मेलन’ में भाग लेते हुए कही।

श्री प्रधान ने कहा किस्वतंत्र ओडिशा प्रदेश के गठन की बुनियाद कटक के ईदगाह मैदान में रखी गई थी, लेकिन इससे पहले खल्लीकोट के राजा हरिहर मर्दराज के प्रयास से रंभा राजप्रसाद में पहली रंभा सम्मेलन का आयोजन हुआ था। इसमें ओड़िया लोगों के हित संरक्षण के लिए औपचारिक समिति के गठन का प्रस्ताव रखा गया था। गंजाम के लोग अत्यंत कुशल हैं, जो गुजरात, सूरत सहित बाहरी राज्यों में काम कर वहां की अर्थव्यवस्था को सशक्त बना रहे हैं।

दुःख की बात है कि इस ज़िले से लंबे समय तक प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री के शासन में गंजाम जहां पहुंचना चाहिए था, वहां नहीं पहुंच सका। हर घर से युवा अपनी मां-बहनों को छोड़कर, अपनी मिट्टी से दूर होकर रोज़गार की तलाश में बाहर जा रहे हैं। यही मूल समस्या है। गंजाम ज़िले के विकास के बिना विकसित ओडिशा संभव नहीं है। गंजाम की व्यावसायिक आधारभूमि को मज़बूत करने के लिए हमें योजना बनानी होगी। हमारा दायित्व है कि इस क्षेत्र में अधिक से अधिक रोज़गार के अवसर पैदा हों।

श्री प्रधान ने आगे कहा कि देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि के कारण यहां विज्ञान शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 1100 करोड़ रुपये की लागत से आईआईएसईआर, ब्रह्मपुर जैसे विश्वस्तरीय संस्थान की स्थापना हुई है। ब्रह्मपुर विश्वविद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए डबल इंजन सरकार ने लगभग 200 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं।

आज आईआरईएल (इंडिया) लिमिटेड द्वारा अत्याधुनिक तकनीक की मदद से पेयजल की कमी को दूर करने के लिए खारे पानी को मीठे पानी में बदलने की दिशा में अभिनव कदम उठाया गया है। एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज, खल्लिकोट यूनिटरी यूनिवर्सिटी, कॉलेज ऑफ आर्ट एंड क्राफ्ट्स, खल्लिकोट, आर्मी डिफेंस कॉलेज और कॉलेज ऑफ फिशरीज का विकास कर गंजाम की मानव संपदा का उपयोग किया जाएगा।

आने वाले दिनों में गंजाम जिले में छोटे उद्योग या एमएसएमई क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए अन्य राज्यों में रोड शो आयोजित किए जाएंगे। मौजूदा समय में हमारी युवा पीढ़ी को लक्ष्य रखना चाहिए कि वे केवल रोजगार प्राप्त करने तक सीमित न रहें, बल्कि रोजगार देने का भी प्रयास करें। बुनकरों के व्यवसाय को बढ़ावा देने के साथ-साथ हस्तकरघा परिधानों की पुनः पहचान दिलाने की जिम्मेदारी भी लेनी होगी।

इस कार्यक्रम में ब्रह्मपुर सांसद प्रदीप कुमार पाणिग्राही, आस्का सांसद अनीता शुभदर्शिनी और क्षेत्र के विधायक प्रमुख रूप से शामिल हुए।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता महंतो