सुक्खू सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन से प्रदेश संकट में: जयराम ठाकुर
जयराम ठाकुर


शिमला, 01 अगस्त (हि.स.)। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर वित्तीय कुप्रबंधन और प्रशासनिक विफलताओं के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की कार्यप्रणाली के कारण प्रदेश बार-बार आर्थिक संकटों में घिरता जा रहा है। इसी कारण माननीय उच्च न्यायालय को यह तक कहना पड़ा कि प्रदेश में आर्थिक आपातकाल क्यों न लगाया जाए।

जयराम ठाकुर ने शुक्रवार काे एक बयान में कहा कि जहां बात सरकार के करीबी मित्रों के लाभ की हो, वहां सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार हर संभव रास्ता निकाल लेती है, लेकिन जब बात प्रदेश हित की हो, तो सरकार बगले झांकने लगती है।

उन्होंने आरोप लगाया कि ठेकेदारों के भुगतान के मामलों में भी पारदर्शिता नहीं है। ठेकेदार लंबे समय से भुगतान की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी फरियाद अनसुनी की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि कई ठेकेदार सुविधा शुल्क दो और भुगतान लो जैसे भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके हैं। इसके बावजूद सरकार ठेकेदारों पर ही झूठ बोलने का आरोप लगा रही है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि एक मंत्री के सामने आत्महत्या की चेतावनी जैसी घटनाएं भी हुईं लेकिन सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि अदालत में सरकार को तथ्यों और दस्तावेजों के साथ पेश होना पड़ा और वहां सच्चाई सामने आ गई।

आपदा राहत को लेकर भी जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 2023 की आपदा के लिए 5150 करोड़ रुपये की राहत राशि और 93 हजार प्रधानमंत्री आवास प्रदान किए, लेकिन राज्य सरकार अब तक राहत को ज़रूरतमंदों तक पहुंचाने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन की बात करने वाली सरकार अपने वादों पर खरी नहीं उतर सकी है।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील शुक्ला