छोटी काशी के विभिन्न मंदिरों में भक्तिभाव से मनाई गई गोस्वामी तुलसीदास जयंती
तुलसीदासजी जयंती: छोटी काशी के विभिन्न मंदिरों में भक्तिभाव से मनाई गई गोस्वामी तुलसीदास जयंती


जयपुर, 31 जुलाई (हि.स.)। श्रावण शुक्ल सप्तमी गुरुवार को छोटीकाशी के विभिन्न मंदिरों में गोस्वामी तुलसीदास की जयंती भक्तिभाव से मनाई गई। मंदिरों में अभिषेक, पूजन, आरती, झांकी सहित अनेक आयोजन हुए। श्री गलता पीठ में संत शिरोमणि गोस्वामी तुलसीदास की जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर गोस्वामी तुलसीदास की प्रतिमा का पंचामृत अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण कराई गई। आरती के बाद ठाकुरजी की झूला एवं फूल बंगला झांकी सजाई गई। बड़ी संख्या में भक्तों ने भगवान को फूलों से सजे झूले पर झुलाया। रंग-बिरंगे पुष्पों से सुसज्जित बंगले में विराजित ठाकुर जी के दिव्य दर्शन हुए।

पूरे आयोजन के दौरान भक्ति, श्रद्धा और भावपूर्ण वातावरण व्याप्त रहा। स्वामी अवधेशाचार्य महाराज ने तुलसीदास की जीवन गाथा, श्रीरामचरितमानस की महिमा और उनके काव्य में समाहित राष्ट्रधर्म, संस्कृति और लोक कल्याण के भावों का वर्णन करते हुए श्रद्धालुओं को प्रेरित किया। स्वामी राघवेन्द्र ने आभार प्रकट किया। उल्लेखनीय है कि गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमान का उत्तरकांड की रचना गलताजी में रहकर ही की थी।

श्री खोले के हनुमान मंदिर में श्री नरवर आश्रम सेवा समिति की ओर से तुलसी जयंती महोत्सव भक्तिभाव से मनाया गया। तुलसी दास जी की मूर्ति का दूध और गंगा जल से अभिषेक कर फूल बंगला झांकी सजाई गई। शाम को तुलसी दास जी के सम्मुख सामूहिक सुंदरकाण्ड एवं तुलसी जी के पदों का गायन किया गया। भक्तों ने नृत्य और उछाल की जयंती की खुशियां मनाई।

सेवा समिति के महामंत्री बृज मोहन शर्मा ने बताया कि श्री खोले के हनुमान मंदिर में पिछले 60 वर्षों से तुलसी दास जी द्वारा लिखित रामचरित मानस के अखंड पाठ किए जा रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश