पुष्कर के दोनों रंगजी मंदिरों में झूला महोत्सव की भव्यता, उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़
पुष्कर के दोनों रंगजी मंदिरों में झूला महोत्सव की भव्यता, उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़


पुष्कर के दोनों रंगजी मंदिरों में झूला महोत्सव की भव्यता, उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़


हरियाली तीज से बड़ी तीज तक जारी रहेगा आयोजन, प्रतिदिन हो रहा है भजन-कीर्तन व झांकियों का प्रदर्शन

अजमेर, 1 अगस्त (हि.स.)। तीर्थराज पुष्कर में सावन माह के उपलक्ष्य में चल रहे झूला महोत्सव के अंतर्गत दोनों रंगजी मंदिरों श्री वैकुंठनाथ नए रंगजी मंदिर और श्री रंगनाथ वेणुगोपाल पुराने रंगजी मंदिर में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ रही है। हर शाम भक्त भगवान के स्वरूपों के दर्शन कर आराधना और भजन-कीर्तन में डूब रहे हैं।

नए रंगजी मंदिर में बैकुंठनाथ और लक्ष्मी माता का भव्य श्रृंगार

श्री वैकुंठनाथ नए रंगजी मंदिर में हरियाली तीज से 15 दिवसीय झूला महोत्सव की शुरुआत हुई है, जो 12 अगस्त (बड़ी तीज) तक जारी रहेगा। मंदिर व्यवस्थापक सत्यनारायण रामावत ने बताया कि प्रतिदिन शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक भगवान बैकुंठनाथ, माता लक्ष्मी और माता गोदम्मा रत्न जड़ित आभूषणों से सुसज्जित होकर सोने के झूले में विराजमान होते हैं। श्रद्धालु दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

मंदिर परिसर में एक झूले पर भगवान विराजते हैं, तो दूसरे पर माता लक्ष्मी, और इस दौरान भजन मंडलियों द्वारा भक्ति संगीत का कार्यक्रम होता है। खास बात यह है कि अयोध्या, काशी, ऋषिकेश, पुष्कर आदि धार्मिक स्थलों की झांकियां और बिजली से चलने वाली आकर्षक झांकियां भी सजाई जा रही हैं। श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद वितरण की व्यवस्था भी प्रतिदिन की जाती है।

पुराने रंगजी मंदिर में भगवान के विविध स्वरूपों के दर्शन

वहीं, पुष्कर के श्री रंगनाथ वेणुगोपाल पुराने रंगजी मंदिर में भी हरियाली तीज से शुरू हुआ झूला महोत्सव पूरे उत्साह से मनाया जा रहा है। मंदिर ट्रस्टी अन्त प्रसाद गनेड़ीवाल ने बताया कि यह परंपरा वर्षों पुरानी है और यह आयोजन भी 12 अगस्त तक जारी रहेगा।

हर शाम 7 बजे से 10 बजे तक, भगवान को प्रतिदिन यशोदा स्वरूप, वामन अवतार, मोहिनी, योग मुद्रा, रामावतार, गोवर्धनधारी, रंगनाथ आदि स्वरूपों में सुसज्जित कर स्वर्ण झूले में विराजमान किया जाता है। मंदिर के पुजारी आचार्य सृष्टि मिश्रा ने बताया कि हर दिन आरती और प्रसाद वितरण होता है और स्थानीय भजन गायकों द्वारा भजन-कीर्तन का आयोजन भक्तों को आध्यात्मिक अनुभूति प्रदान करता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष