दहशत का पर्याय बना तेंदुआ पिंजरे में कैद, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
आठ दिन बनी रणनीति के बाद तेंदुआ आखिरकार पिंजरे में कैद


बरेली, 30 जुलाई (हि.स.) । हाफिजगंज इलाके में पिछले एक महीने से दहशत फैला रहे तेंदुए को आखिरकार बुधवार सुबह वन विभाग की टीम ने पकड़ ही लिया। फैजुल्लापुर स्थित बंद खेतान फैक्ट्री में लगाए गए पिंजरे में तेंदुआ कैद मिला। पिंजरे में एक जिंदा मुर्गी को चारे के तौर पर रखा गया था। जैसे ही तेंदुआ पिंजरे में घुसा, वह फंस गया। तेंदुए के पकड़े जाने की खबर जंगल में आग की तरह फैली और मौके पर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी।

ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। उनका कहना है कि तेंदुए की दहशत से किसान खेतों में नहीं जा पा रहे थे, जिससे खेती-किसानी बुरी तरह प्रभावित हो रही थी। बच्चों का स्कूल आना-जाना भी मुश्किल हो गया था।

चौकीदार ने बनाई थी पहली क्लिप, उसी से शुरू हुई थी कार्रवाई

मामला 26 जून का है, जब फैजुल्लापुर स्थित बंद खेतान फैक्ट्री में तेंदुए ने वहां तैनात चौकीदार अजय कुमार की गाय पर हमला कर दिया था। अजय ने सूझबूझ दिखाते हुए छत से तेंदुए का वीडियो बनाया और शोर मचाकर उसे भगा दिया। इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई, जिसने फैक्ट्री परिसर में पिंजरा और सीसीटीवी कैमरे लगाए, लेकिन तेंदुआ हर बार बच निकलता रहा।

मेरठ से बुलाए गए विशेषज्ञ, बदली गई रणनीति

लगातार नाकामी के बाद आठ दिन पहले मेरठ से वन्यजीव विशेषज्ञ जीएस खुशालिया को बुलाया गया। उन्होंने फैक्ट्री परिसर का निरीक्षण कर रणनीति बदली। उनका मानना था कि तेंदुआ पहले पिंजरे में फंस चुका है, इसलिए सतर्क हो गया है। ऐसे में पारंपरिक तरीका कारगर नहीं होगा।

इसके बाद रेंज अधिकारी केके मिश्रा, वनकर्मी अकबर अली और मोहम्मद अशरफ की टीम ने तेंदुए के संभावित रास्ते पर नया पिंजरा लगाया और उसमें जिंदा मुर्गी को बंद किया गया। मंगलवार रात हुई बारिश ने पूरा खेल पलट दिया। माना जा रहा है कि मौसम खराब होने के कारण तेंदुए को जंगल में शिकार नहीं मिला। भूख से बेहाल होकर वह पिंजरे में रखी मुर्गी को देखने आया और पिंजरे में घुसते ही कैद हो गया।

तेंदुए के पकड़े जाने की खबर मिलते ही हाफिजगंज थाना प्रभारी पवन कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। वन विभाग की टीम भी पहुंच गई। फिलहाल तेंदुआ वन विभाग की निगरानी में है। उसे कहां छोड़ा जाएगा, इसके लिए विभाग रणनीति बना रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार