दिन में की उपायुक्त से आवागमन चालू करने की मांग, रात को बह गया डायवर्सन
दिन में की उपायुक्त से आवागमन चालू करने की मांग, रात को बह गया डायवर्सन


खूंटी, 26 जुलाई (हि.स.)। खूंटी-सिमडेगा मुख्य पथ पर पेलौल गांव के पास बनई नदी पर अस्थायी डायवर्सन शुक्रवार की रात हुई मूसलाधार बारिश में बह गया। ज्ञात हो कि बाबा आम्रेश्वर धमत प्रबंध समिति के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को उपायुक्त से मिलकर उक्त अस्थायी डायवर्सन पर आवागमन चालू करने की मांग की थी ओर रात कोे डायवर्सन भारी बारिश में बह गया। इसके कारण सावन महीने में भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए बाबा आम्रेश्वर धाम आनेवाले श्रद्धालुओं की परेशानी बढ़ गई। अस्थायी डायवर्सन के बनने से श्रद्धालु पैदल या दो पहिया वाहन से अंगराबारी पहुंचते थे, लेकिन अब वह भी बंद हो गया।

उल्लेखनीय है कि 19 जून को हुई भारी बारिश कें कारण बनई नदी का पुल ध्वस्त हो गया था। वहां पर डायवर्सन बनाने के लिए एक करोड़ 80 लाख, 42 हजार 800 रुपये की निविदा प्रकाशित की गई, लेकिन अभी तक कार्यकारी एजेंसी की नियुक्ति नहीं हुई। सावन महीने को देखते हुए खूंटी के संवेदक शिव कुमार साहू ने वहां अस्थायी डायवर्सन का निर्माण

करा दिया। बिना कार्य आवंटित हुए खूंटी के विधायक रामसूर्या मुंडा ने डायवर्सन का शिलान्यास कर दिया था। डायवर्सन में आवागमन पर प्रशासन ने रोक लगा दी थी। लोग पैदल वहां से पार होते थे। छोटी गाड़ियों और दो पहिया वाहनों कें आवागमन की मांग को लेकर शुक्रवार को ही प्रबंध समिति के प्रतिनिधि मंडल ने उपायुक्त आर रॉनिटा से मुलाकात की थी, लेकिन रात को ही डायवर्सन बह गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि डायवर्सन के निर्माण में काम से अधिक राजनीति हो रही है। बिना पूरी टेंडर प्रक्रिया के ही विधायक द्वारा शिलान्यास किए जाने को लेकर भी सरकार औश्र प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल मिश्रा