शेरगढ़ यमुना पुल बंद होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त
शेरगढ़ यमुना पुल बंद होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त


औरैया, 26 जुलाई (हि. स.)। औरैया-जालौन को जोड़ने वाला शेरगढ़ यमुना पुल अचानक बंद होने से दोनों जिलों के हजारों लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी पर भारी असर पड़ा है। इस पुल के बंद हो जाने से स्कूली छात्र-छात्राएं, मरीज, किसान, व्यापारी और नौकरीपेशा लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

शेरगढ़ घाट पर स्थित यह पुल औरैया व जालौन जिलों की सीमाओं को जोड़ने वाला प्रमुख संपर्क मार्ग है, जो आसपास के दर्जनों गांवों के लोगों के लिए जीवनरेखा की तरह था। अब पुल के पूरी तरह बंद हो जाने से लोगों को वैकल्पिक रास्तों से 20 से 80 किलोमीटर तक का अतिरिक्त सफर करना पड़ रहा है।

इस स्थिति ने न सिर्फ आमजन के समय और धन की बर्बादी बढ़ाई है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। उन्हें जरूरी सुविधाएं जैसे बाजार, अस्पताल और तहसील तक पहुंचने में घंटों अधिक समय लग रहा है।

व्यापारियों और आम नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि या तो पुल की जल्द मरम्मत कराई जाए या अस्थायी आवागमन के लिए नाव, स्टीमर या वैकल्पिक पुल की व्यवस्था की जाए। लोगों का कहना है कि यदि जल्द कदम नहीं उठाए गए, तो हालात और बिगड़ सकते हैं।

ग्रामीणों की प्रशासन से अपील है कि इस महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग को प्राथमिकता के आधार पर दुरुस्त कर जल्द से जल्द चालू किया जाए, ताकि जनजीवन सामान्य हो सके।

हिन्दुस्थान समाचार / सुनील कुमार