अनुसूचित जातियों की आर्थिक स्थित मजबूत करने को पहली बार बकरी पालन योजना
योजना की लागत कुल 60 हजार रूपए, सरकार देगी 90 प्रतिशत का अनुदान प्रयागराज, 16 जुलाई (हि.स.)। योगी सरकार अनुसूचित जातियों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए पहली बार पशुधन विभाग के माध्यम से बकरी पालन योजना शुरू की है। इस योजना का लाभ अनुसूचित जाति क
बकरियों का छाया चित्र


योजना की लागत कुल 60 हजार रूपए, सरकार देगी 90 प्रतिशत का अनुदान

प्रयागराज, 16 जुलाई (हि.स.)। योगी सरकार अनुसूचित जातियों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए पहली बार पशुधन विभाग के माध्यम से बकरी पालन योजना शुरू की है। इस योजना का लाभ अनुसूचित जाति के गरीब, महिला,विधवा और दिव्यांग को वरीयता दी जाएगी। इस कारोबार को शुरू करने के लिए सरकार 90 प्रतिशत का अनुदान देगी और दस प्रतिशत लाभार्थी को खर्च करना होगा। यह जानकारी प्रयागराज मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. शिव नाथ यादव ने दी।

उन्होंने बताया कि पशुधन एवं पशुपालन विभाग के माध्यम से योगी सरकार ने पहली बार अनुसूचित जातियों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए शुरू की है। ऐसी योजना पहली बार शुरू की गई है। बकरी पालन की इस योजना की लागत कुल 60 हजार निर्धारित की गई है। जिसमें लाभार्थी को 10 प्रतिशत स्वयं खर्च करना होगा।

पांच बकरी व एक बकरा खरीदकर शुरू करें

डॉ. शिवनाथ यादव ने बताया कि लाभार्थी को कुल पांच बकरी और एक बकरा खरीदना होगा। एक बकरी की कीमत 9 हजार और बकरे की कीमत 10 हजार निर्धारित की गई है। इस योजना के तहत 10 प्रतिशत लाभार्थी को स्वयं खर्च करना पड़ेगा।

कहां और कैसे करें आवेदन

डॉ. शिवनाथ यादव ने बताया कि पशुपालन विभाग इस योजना को शुरू करने के लिए प्रत्येक विकासखंड में ग्राम समिति बनाई है, जिसका मुख्य अधिकारी डिप्टी सीबीओ को बनाया गया है। लाभ लेने के लिए सबसे पहले ग्राम प्रधान के पास आवेदन करना होगा। ग्राम प्रधान उसे आगे बढ़ाते हुए डिप्टी सीबीओ के पास भेजेगा।

ये है शर्तें

बकरी पालन योजना का लाभ लेने के लिए बकरी पालन का अनुभव प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र एवं निवास प्रमाण पत्र और आधार कार्ड तथा तीन वर्ष के लिए बकरी पालन का कारोबार करने के लिए शपथ पत्र देना होगा। यदि आवेदक दिव्यांग है तो वह प्रमाण पत्र अवश्य लगाएं। जिससे उसे लाभ देने में प्राथमिकता दी जाएगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल