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मुंबई, 25 जून (हि.स.)। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने बुधवार को मुंबई में कहा कि भारतीय लोकतंत्र को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए सभी का सहयोग जरुरी है। राज्यपाल ने कहा कि लोकतंत्र देश की सबसे अच्छी व्यवस्था है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में लोकतंत्र ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके फलस्वरुप ही वर्तमान में भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।
राज्यपाल आज राजभवन के दरबार हाल में आयोजित 'आपातकाल के 50 वर्ष-भारतीय इतिहास का एक काला अध्याय' कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। आपातकाल को हर भारतीय के दिल का हिस्सा बताते हुए राज्यपाल ने कहा कि देश पर आपातकाल थोपा गया था। इस दौरान देश विरोधी गतिविधियां चलाई गईं। आपातकाल का विरोध करने वालों को जेल में डाल दिया गया। उस दौरान नागरिकों को असहनीय अत्याचार सहना पड़ा। आपातकाल के कारण देश के लोकतंत्र पर हमला हुआ। संविधान में दिए गए मौलिक अधिकारों को रौंदा गया। इसीलिए आपातकाल के खिलाफ जनमत तैयार हुआ। हमें अपने लिए नहीं, बल्कि राष्ट्र के लिए जीना चाहिए। दूसरों के लिए जीना चाहिए, यही भारतीय लोकतंत्र का मंत्र है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोकतंत्र सेनानियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र पर हमला करने का एक प्रयास था। हालांकि, लोकतंत्र सेनानियों ने बड़ी लड़ाई लडक़र इस प्रयास को विफल कर दिया। इसके लिए सेनानियों को काफी संघर्ष करना पड़ा। सरकार इन लोकतंत्र सेनानियों को सम्मान और कृतज्ञता के तौर पर मानदेय देकर उनका कर्ज चुकाने का प्रयास कर रही है। प्रत्येक भारतीय के मन में एक मजबूत लोकतंत्र के बीज बोए गए हैं। इसीलिए आपातकाल सेनानियों का किसी भी तरह का मानसिक पतन नहीं हुआ।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोरहे, कौशल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, सांस्कृतिक कार्य मंत्री एडवोकेट आशीष शेलार, आदिवासी विकास मंत्री प्रो. अशोक उइके मंच पर उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव