देश की एकता और अखंडता के लिए डॉ. मुखर्जी ने अपना जीवन बलिदान किया : पूर्व शिक्षा मंत्री
बस्ती, 23 जून (हि.स.)। भारतीय जनसंघ के संस्थापक और महान राष्ट्रवादी चिंतक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि (बलिदान दिवस) के अवसर पर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी कार्यालय में एक संगोष्ठी का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्य
कार्यक्रम में उपस्थित लोग।


कार्यक्रम का शुभारंभ करते मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री एवं अन्य।


बस्ती, 23 जून (हि.स.)। भारतीय जनसंघ के संस्थापक और महान राष्ट्रवादी चिंतक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि (बलिदान दिवस) के अवसर पर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी कार्यालय में एक संगोष्ठी का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्य अतिथि पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया।

डॉ. सतीश द्विवेदी ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत की पहली सरकार में महात्मा गांधी के आह्वान पर योगदान दिया, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की नीतियों से असहमति के चलते वे सरकार से अलग हो गए। उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी और डॉ. बी.आर. अंबेडकर को उपेक्षित किया गया, वह स्वतंत्र भारत की राजनीति का एक दुर्भाग्यपूर्ण पक्ष रहा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष विवेकानन्द मिश्र ने कहा कि पार्टी 23 जून से छह जुलाई तक डॉ. मुखर्जी की पुण्यतिथि से लेकर जन्मतिथि तक विशेष कार्यक्रमों का आयोजन बूथ स्तर तक करेगी। 27 जून को सभी शक्ति केंद्रों पर बूथ अध्यक्षों की बैठक होगी। 29 जून को एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत प्रत्येक बूथ पर वृक्षारोपण कर डॉ. मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी जाएगी और ‘मन की बात’ कार्यक्रम का सामूहिक श्रवण भी होगा। इसके साथ ही पूरे जुलाई महीने पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण अभियान जारी रहेगा।

इस अवसर पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने डॉ. मुखर्जी के राष्ट्रवादी विचारों, जम्मू-कश्मीर के पूर्ण एकीकरण के लिए उनके बलिदान और भाजपा की वैचारिक नींव को मजबूत करने में उनके ऐतिहासिक योगदान को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर राम सिंगार ओझा, आशा सिंह, अनूप खरे, सहित कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / महेंद्र तिवारी