धार्मिक स्थलों के समीप शराब दुकाने नहीं होगी, उचित स्थान पर स्थानांतरित करने का करेंगे आग्रह - संजय पाण्डे
महापौर संजय पाण्डे


जगदलपुर, 11 जून (हि.स.)। बस्तर जिला मुख्यालय के कोतवाली थाना के सामने स्थित व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स में प्रस्तावित शराब दुकान को लेकर नगर निगम महापौर संजय पाण्डे ने स्पष्ट किया है कि यह मात्र कांग्रेस द्वारा प्रायोजित भ्रम और अफ़वाह मात्र है। नगर निगम जनता की भावनाओं का पूर्ण सम्मान करता है, और ऐसी किसी भी योजना को समर्थन नहीं देगा जो रिहायशी एवं धार्मिक स्थलों के समीप सामाजिक वातावरण को प्रभावित करे ।

उन्हाेने कहा कि नगर निगम में शराब दुकान से संबंधित कोई प्रस्ताव सम्मिलित नहीं किया गया है, यह पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की उपज है। जनता की आपत्ति और धार्मिक, सामाजिक भावनाओं का हम पूरा सम्मान करते हैं। उन्हाेने स्पष्ट किया कि वे इस मुद्दे को लेकर राज्य शासन एवं जिला प्रशासन से चर्चा करेंगे । जिला प्रशासन द्वारा समाज एवं संगठन प्रमुखों की राय एवं सहमति लेकर तथा शराब दुकान को शहर से बाहर किसी उचित स्थान पर स्थानांतरित करने का आग्रह करेंगे, ताकि जनता की भावनाओं, कानून व्यवस्था और सामाजिक समरसता का पूर्ण सम्मान हो सके।

महापौर ने कहा कि, कांग्रेस ने अफ़वाह फैला कर जिस स्थल को प्रस्तावित स्थल बताया है , वहां से केवल 100 से 150 मीटर के दायरे में जैन श्वेताम्बर मंदिर, शंकर मंदिर, पुलिस कॉलोनी, एसबीआई बैंक, पुलिस अधीक्षक कार्यालय एवं अन्य शासकीय कार्यालय स्थित हैं। ऐसे में किसी भी सूरत में यह स्थान शराब दुकान के संचालन हेतु उपयुक्त नहीं कहा जा सकता। कांग्रेस शराब दुकान के खिलाफ ज्ञापन देने और विरोध करने का ढोंग कर रही है, जनता को गुमराह करने का एक राजनीतिक हथकंडा है। सच्चाई यह है कि कोतवाली थाना के सामने जिस स्थान पर शराब दुकान खोले जाने का प्रस्ताव आया, वह मूलतः पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की उपज है। उसी सरकार के दौरान आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा स्वयं नगर निगम आए थे, और इसी स्थल पर शराब दुकान खोलने का प्रस्ताव लेकर आए थे। उस समय मैंने विपक्ष का नेता रहते हुए भाजपा पार्षदों के साथ मिलकर सड़क पर उतरकर विरोध किया, धरना-प्रदर्शन भी किया। लेकिन तब कांग्रेस के किसी भी नेता या जनप्रतिनिधि ने जनता की भावनाओं की चिंता नहीं की, न ही कोई विरोध किया। आज जब प्रशासन द्वारा प्रस्ताव को अमल में लाने की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है, तब कांग्रेस अचानक से जनता के साथ खड़े होने का दिखावा कर रही है। यह अवसरवादिता की पराकाष्ठा है। कांग्रेस की शराब नीति ही इस समस्या की जड़ है, जिसने गांव-गांव में शराब पहुंचाई, अब वही पार्टी नैतिकता की बातें कर रही है, यह हास्यास्पद है।

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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे