जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था चरमराई, आश्वासन के बाद नहीं मिला वेतन
आश्वासन के बाद वेतन नहीं मिलने से नाराज सुरक्षा गार्ड।


धमतरी, 10 जून (हि.स.)। जिला अस्पताल में कार्यरत सुरक्षा गार्डों को ठेकदार द्वारा सोमवार रात तक वेतन खातों में भेजने का आश्वासन दिया गया था। रात तक वेतन नहीं मिलने से नाराज और आक्रोशित होकर सुरक्षा गार्डों ने 10 जून को भी अपना काम बंद रखा। जिससे जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था चरमरा गई। जिला अस्पताल प्रबंधन द्वारा संबंधित फर्म को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

मंगलवार को जिला अस्पताल के सुरक्षा गार्डों ने फिर से काम बंद कर दिया। जिससे जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था तैनात सुरक्षा गार्डों की गैर मौजूदगी में अस्पताल परिसर में किसी बात को लेकर कुछ लोग आपस में लड़ते दिखे। जिला अस्पताल के वार्डों में भी अव्यवस्था रही। नशा, गुटखा - तंबाकू खाने वाले लोग निश्चिंत होकर अस्पताल में घूमते दिखे। सुरक्षा गार्ड देवकुमारी ध्रुव, फनेश्वरी ध्रुव, तनुजा चवरे, खूबचंद साहू, पंकज साहू, नवनीत यादव ने बताया कि कामथेन सिक्योरिटी सर्विस रायपुर द्वारा हमें कम पर रखा गया है, लेकिन आज तक किसी तरह का पहचान पत्र नहीं दिया गया। ड्यूटी रजिस्टर नहीं बनाएं है। वर्तमान में 19 गार्ड काम कर रहे है। जिसमें छह महिला और 13 पुरुष सुरक्षा गार्ड है। हमारी प्रमुख मांग है कि एक माह का वेतन नहीं मिला है। उसे तत्काल दिया जाएं। वेतन को बढ़ाकर 8000 रुपये किया जाएं। आठ घंटे ड्यूटी करते हैं। इसके मुताबिक वेतन दिया जाएं। महीने में कम से कम दो छुट्टी सभी गार्ड को दिया जाएं। पीएफ काटा जाएं। एक ही ड्रेस दिए है, इसके लिए उनसे 3000 रुपये लिए है। किसी बात का विरोध करो तो नौकरी से हटाने की धमकी देते हैं। एक मैनेजर और दो सुपरवाइजर को तत्काल हटाया जाएं। सुपरवाइजर मरीजों और उनके स्वजनों से दुर्व्यवहार करती है। सोमवार रात तक वेतन भेजने का आश्वासन दिए थे। आज मंगलवार को दोपहर के दो बज गए है, अब तक वेतन नहीं मिला है।

जिला अस्पताल के सलाहकार गिरीश कश्यप ने बताया कि सुरक्षा गार्डों के काम बंद करने को लेकर संबंधित फर्म को नोटिस देकर इस मामले में तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है। जवाब के आधार पर आगे कार्यवाही की जाएगी। सोमवार से जिला अस्पताल के सुरक्षा गार्ड वेतन समय पर देने की मांग को लेकर काम बंद कर दिए है। जिससे प्रवेश द्वार, गुटखा - तंबाकू, गुड़ाखू अंदर ले जाने वालों की जांच नहीं हो रही है। महिला - पुरुष ओपीडी, आईसीयू, महिला रोग विभाग, शिशु रोग विभाग, लेबर रूम में भी कोई भी सुरक्षा गार्ड नहीं होने से अव्यवस्था बनी रही। आभा आईडी कार्ड बनाने में लोगों को असुविधा हो रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा