आपरेशन सिंदूर में शामिल बोड़रा के चंदन का गांव लौटने पर हुआ अभिनंदन
छुट्टी लेकर घर पहुंचने पर सेना के जवान का स्वागत करते हुए ग्रामीण।


सेना के जवान चंदन साहू।


धमतरी, 11 जून (हि.स.)। आपरेशन सिंदूर में अपने तोप से दुश्मनों की चौकियों को ध्वस्त कर सेना और देश का मान बढ़ाने वाले ग्राम बोड़रा के सेना के जवान चंदन साहू के बुधवार काे गृहग्राम लौटने पर ग्रामीणों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। जवान चंदन के अलावा गांव के ही दो और जवान भी इस आपरेशन में शामिल थे। पहलगाम घटना के बाद यह आपरेशन चलाया गया था।

22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 पर्यटक और नागरिक मारे गए थे। यहां मुख्य रूप से हिंदूओं को निशाना बनाया गया था। इसके जवाब में भारत सरकार ने आपरेशन सिंदूर चलाया था। छह व सात मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सैन्य कार्रवाई कर भारतीय सेना ने दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए। आतंकवादियों के ठिकाने और पाकिस्तानी चौकियों को ध्वस्त कर दिया गया। इस मिशन में धमतरी जिले के भी कई जवान शामिल रहे। ग्राम बोड़रा-संबलपुर निवासी सेना के जवान चंदन साहू इसमें से एक हैं। चंदन साहू के अदम्य साहस और पराक्रम के बाद छुट्टी में अपने निवास बोडऱा पहुंचने पर उनका ग्रामीणों ने स्वागत किया। स्वागत करने वालों में पूर्व सैनिक ओमप्रकाश साहू, गिरीराज साहू, सैनिक लोकेश्वर साहू, भुनेश्वर साहू, रूद्रनाथ साहू, लक्षण साहू, दीपक साहू, रेखराज साहू, डेमिन साहू, डिगेश्वरी साहू, खनेश्वरी साहू, गीतिका साहू, अंजली साहू, केजल, दुर्गा सहित ग्रामीण बड़ी संख्या में शामिल थे।

गांव के तीन जवान हुए थे शामिल

सेना के जवान चंदन साहू ने बताया कि वह वर्ष 2019 में थल सेना में भर्ती हुए। पहले कुपवाड़ा में पदस्थ थे। अभी जम्मू में पोस्टिंग है। आपरेशन सिंदूर के दौरान तीन से 15 मई तक वे सीमा में अपने तोप के साथ डटे रहे। एक तोप में नौ जवान रहते थे। एलओसी से लगभग 15 किमी दूर तैनात थे। उनकी तोप की मारक क्षमता 40 किमी की है। 7-8 मई को आपरेशन सिंदूर के तहत दुश्मनों की चौकियों को हमने तबाह कर दिया। दिन को अपना रूटिन काम करते थे। रात होते ही मिशन के लिए तैयार हो जाते थे। बैकअप पार्टी अलग हुए सामने इनफेंट्री के जवान रहते थे। ऊपर मिसाईल दागने पर एयर फोर्स के जवान जवाब देते थे। अभी एक माह की छुट्टी में घर लौटे हैं। आपरेशन सिंदूर में गांव के ही नायक सूबेदार टिकेश्वर साहू और संजय साहू भी शामिल हुए थे। टिकेश्वर की पोस्टिंग जम्मू में और संजय की पोस्टिंग मेरठ में है। गनर चंदन साहू ने बताया कि 2020 में कुपवाड़ा पोस्टिंग के दौरान भी एक बड़े मिशन में शामिल हुए थे।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा