रत्नाबांधा रोड में राइजिंग पाइप फूटा, छह घंटे तक बहता रहा पानी
फूटे पाइपलाइन का मरम्मत करते हुए।


रत्नाबांधा के पास फूटे पाइपलाइन से पानी बहता हुआ।


धमतरी, 10 जून (हि.स.)। रत्नाबांधा रोड किनारे बिछाए गए राइजिंग पाइप के अचानक फूटने से चहूंओर पानी-पानी हो गया। करीब छह घंटे तक पानी बहता रहा। सड़क व आसपास क्षेत्रों में पानी भरने से वाहनों व लोगों की आवाजाही प्रभावित रहा। मिशन मैदान में भी पानी भर गया, इससे यहां संचालित मीना बाजार पूरी तरह से प्रभावित हो गया। निगम प्रशासन को जानकारी देने के बाद भी समय पर पाइप मरम्मत नहीं होने से लाखों लीटर पानी की बर्बादी हुई।

नौ जून की देर रात धमतरी-गुंडरदेही रत्नाबांधा मार्ग में सड़क किनारे पाइप लाइन बिछाई गई है। इस मार्ग में संचालित एक होटल के पास का पाइप लाइन अचानक फूट गया। यहां से बड़ी मात्रा में पानी निकलना शुरू हो गया। देखते ही देखते पूरे सड़क, आसपास के दुकानों, नाली और मिशन मैदान में पानी भरना शुरू हो गया। रात करीब 12 बजे से जो पानी बहना शुरू हुआ था, तो रातभर बहता रहा। इसमें लाखों लीटर पानी की बर्बादी होता रहा। लोगों ने इस घटना की जानकारी निगम प्रशासन तक पहुंचाया, लेकिन रात में मरम्मत करने कोई नहीं पहुंचा। 10 जून की सुबह सात बजे तक फूटे राइजिंग पाइ से पानी बहता रहा। यहां से लाखों लीटर पानी बर्बाद हो गया। यहां मौजूद शहरवासियों का कहना है कि निर्माण ठेकेदार और निगम की लापरवाही सामने आ रही है। इससे पहले भी इस रोड में रेस्टहाउस के पास पाइप लीकेज हुआ था। इसके अलावा कई अन्य जगहों पर भी ऐसी समस्या आ चुकी है। इस मामले में संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई की जानी चाहिए, क्योंकि जगह-जगह पाइप का फूटना व लीकेज कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठा रही है।

ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग

नगर निगम धमतरी के जल विभाग प्रभारी सदस्य अखिलेश सोनकर ने कहा कि यह फिलट्रेशन प्लांट से मेन सप्लाई का राइजिंग पाइप है, जो सोरिद सहित अन्य वार्डों में पानी टंकी भरने के लिए जाता है। रात में पाइप फूटने से यह समस्या आई थी। इस मामले में उन्होंने आयुक्त को पत्र लिखकर ठेकेदार पर कार्यवाही की मांग की है। कहा है कि एसटीटी पाइप लाइन विस्तार का कार्य जारी है। पानी सप्लाई लाइन को ठेकेदार के माध्यम से बार-बार तोड़ा जा रहा है। इसके कारण निगम के विभिन्न वार्डों में पानी प्रवाहित हो रही है। लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। निगम को भी नुकसान हो रहा है। प्रत्येक राइजिंग पाइप लाइन लीकेज में 50-50 हजार रुपये का जुर्माना और भुगतान से कटौती की जाए।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा