चिकित्सा लापरवाही से दो माह के शिशु की मौत, परिजनों का सड़क जाम कर प्रदर्शन
चिकित्सा लापरवाही से दो माह के शिशु की मौत, परिजनों का सड़क जाम कर प्रदर्शन


बांकुड़ा, 10 जून (हि. स.)। जिले के सिमलापाल ब्लॉक में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कथित तौर पर चिकित्सा में लापरवाही के चलते दो माह के एक शिशु की मौत हो गई। इस घटना से नाराज़ परिजनों और स्थानीय निवासियों ने सोमवार देर शाम से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जो देर रात तक जारी रहा। बाद में प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था की मांग को लेकर बांकुड़ा-झाड़ग्राम राज्य मार्ग को जाम कर दिया।

परिवार वालों का आरोप है कि सोमवार शाम सिमलापाल के धानखुनिया गांव के दो माह के शिशु की तबीयत बिगड़ने पर उसे तत्काल सिमलापाल ब्लॉक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। डॉक्टर ने उसे भर्ती तो कर लिया, लेकिन उसके बाद अस्पताल परिसर में बने क्वार्टर में चले गए।

कुछ ही देर में शिशु को सांस लेने में तकलीफ शुरू हो गई। परिजनों ने बार-बार नर्सों से मदद की गुहार लगाई। नर्सों ने डॉक्टर को फोन पर स्थिति से अवगत कराया, लेकिन आरोप है कि डॉक्टर अस्पताल नहीं लौटे। नर्सों पर भी इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है। अंततः शाम होते-होते शिशु की मृत्यु हो गई।

परिजनों ने आरोप लगाया कि शिशु की मौत इलाज के अभाव में हुई है। इसके बाद गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन शुरू किया और जिम्मेदार डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

स्थिति तब और बिगड़ गई जब प्रदर्शनकारियों ने बांकुड़ा-झाड़ग्राम राज्य सड़क को जाम कर दिया। जब सिमलापाल थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और अवरोध हटाने की कोशिश की, तो उन्हें भी विरोध का सामना करना पड़ा।

इस पूरी घटना पर सिमलापाल ब्लॉक के स्वास्थ्य अधिकारी ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। मृत शिशु के परिजनों को न्याय दिलाने और अस्पताल की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की मांग स्थानीय लोग लगातार कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर