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लखनऊ, 14 दिसंबर (हि.स.) संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह के नेतृत्व और मार्गदर्शन में प्रदेश में ललित कलाओं के संरक्षण, संवर्धन और प्रसार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में राज्य ललित कला अकादमी, उत्तर प्रदेश द्वारा एक आमंत्रित कला प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है, जिसका शुभारम्भ 15 दिसंबर को अपराह्न 3 बजे अकादमी के लाल बारादरी भवन में होगा।
प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं राष्ट्रीय पालक अधिकारी, संस्कार भारती स्वांत रंजन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। इस प्रदर्शनी में आमंत्रित कलाकार के रूप में हरि दर्शन सांख्य (वाराणसी) अपनी चयनित कलाकृतियों का प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शनी की थीम “हिमालय :आध्यात्मिकता का पावन मौन” रखी गई है, जिसके माध्यम से हिमालय की दिव्यता, साधना, नीरवता और आध्यात्मिक चेतना को कलात्मक अभिव्यक्ति दी गई है।
मंत्री जयवीर सिंह की यह स्पष्ट सोच रही है कि प्रदेश की समृद्ध कला परंपरा को समकालीन संवेदनाओं से जोड़ते हुए कलाकारों को सशक्त मंच प्रदान किया जाए। उनके मार्गदर्शन में आयोजित ऐसी प्रदर्शनियां न केवल कलाकारों को पहचान दिला रही हैं, बल्कि कला-संवाद को भी बढ़ावा दे रही हैं।
राज्य ललित कला अकादमी के निदेशक अमित कुमार अग्निहोत्री ने बताया कि प्रदेश में कला और कलाकारों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जा रहा है। इस तरह के आयोजन कला और समाज के बीच सार्थक संवाद स्थापित करने के साथ ही युवा कलाकारों को सृजन और नवाचार के लिए प्रेरित करते हैं। यह प्रदर्शनी 15 से 17 दिसंबर तक प्रतिदिन प्रातः 11 बजे से सायं 6 बजे तक कला-प्रेमियों एवं आम नागरिकों के अवलोकनार्थ खुली रहेगी। अकादमी ने कला-प्रेमियों, कलाकारों, शोधार्थियों और आम नागरिकों से प्रदर्शनी में सहभागिता की अपील की है।
हिन्दुस्थान समाचार / Harsh Gautam