झारखंड राज्य निर्माण कामगार यूनियन की जिला स्तरीय जेनरल बॉडी की बैठक
कोडरमा, 14 दिसंबर (हि.स.)। झारखंड राज्य निर्माण कामगार यूनियन (सीटू) की जिला स्तरीय जेनरल बॉडी की बैठक रविवार को साहु धर्मशाला में संपन्न हुई। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश ने की। बैठक में मजदूर विरोधी लेबर कोड के खिलाफ और निर्माण श्रमिकों की स
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कोडरमा, 14 दिसंबर (हि.स.)। झारखंड राज्य निर्माण कामगार यूनियन (सीटू) की जिला स्तरीय जेनरल बॉडी की बैठक रविवार को साहु धर्मशाला में संपन्न हुई। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश ने की। बैठक में मजदूर विरोधी लेबर कोड के खिलाफ और निर्माण श्रमिकों की समस्याओं को लेकर 22 दिसंबर को श्रम अधीक्षक कार्यालय पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। निर्माण कामगार यूनियन के राज्य महासचिव संजय पासवान ने कहा कि आज एक ओर मेहनतकशों के जीवन पर बढ़ रहे अंतहीन हमले और दूसरी ओर विभाजनकारी ताकतों की ओर से जनतांत्रिक अधिकारों और सामाजिक सद्भाव को खत्म किए जाने की लगातार कोशिश हो रही है। असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों के लिए कोई सामाजिक सुरक्षा नहीं है।

मजदूरों की रक्षा करने वाला 29 श्रम कानूनों समाप्त कर मालिक पक्षीय चार लेबर कोड लागू कर दिया गया है। मजदूरों के कल्याण में मोदी सरकार खर्च नहीं कर रही है। उपर से 50 लाख तक निर्माण कार्य के लिए सेस नहीं लिया जाएगा, जिससे मजदूरों के अधिकारों में और कटौती होगी। जिसके खिलाफ मजदूर वर्ग को संगठित होना पड़ेगा।

सीटू के जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश ने कहा कि मजदूरों को मिलने वाला अधिकार श्रम विभाग से नहीं मिल रहा है। निर्माण कार्य के दौरान दुर्घटना हो जाने से मजदूरों को कोई मुआवजा नहीं मिलता है। महिला मजदूरों को मजदूरी कम मिलता है, वहीं कार्य स्थल पर इनका शोषण भी होता है। मजदूरों के बच्चों की पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति भी नहीं दिया जा रहा है और न ही बीमारी की ईलाज की व्यवस्था है। पूर्व में रजिस्टर्ड निर्माण श्रमिकों को लाभ मिलने की गारंटी होनी चाहिए। सीटू के जिला सचिव रमेश प्रजापति ने कहा कि मजदूरों को अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष ही रास्ता है।

बैठक को आंगनबाड़ी यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी, जिला सचिव वर्षा रानी ने भी संबोधित किया। बैठक में शम्भु पासवान, नागेश्वर दास, रविन्द्र भारती, बालेश्वर राम, बसंती देवी, बद्री तुरी, सहदेव दास, तालेवर दास, उषा देवी, मंजू देवी, शर्मिला देवी, यशोदा देवी, गुडिया देवी, कारू भूइयां, युगल यादव सहित सैकड़ों की संख्या में महिला मजदूर मौजूद थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव समीर