करिम सिटी कॉलेज के विद्यार्थियों ने ‘गौदान’ का किया मंचन
पूर्वी सिंहभूम, 14 दिसंबर (हि.स.)। करिम सिटी कॉलेज, जमशेदपुर के विद्यार्थियों की ओर से महान साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद के कालजयी उपन्यास ‘गौदान’ पर आधारित नाटक का प्रभावशाली मंचन रविवार को माइकल जॉन ऑडिटोरियम, बिष्टुपुर में किया गया। इस नाट्य प्रस
करिम सिटी कॉलेज के विद्यार्थियों ने ‘गौदान’ का मंचन


पूर्वी सिंहभूम, 14 दिसंबर (हि.स.)। करिम सिटी कॉलेज, जमशेदपुर के विद्यार्थियों की ओर से महान साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद के कालजयी उपन्यास ‘गौदान’ पर आधारित नाटक का प्रभावशाली मंचन रविवार को माइकल जॉन ऑडिटोरियम, बिष्टुपुर में किया गया। इस नाट्य प्रस्तुति ने दर्शकों को ग्रामीण भारत की सामाजिक और आर्थिक सच्चाइयों से रूबरू कराया तथा किसान जीवन के संघर्षों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया।

नाटक के माध्यम से किसानों की पीड़ा, सामाजिक शोषण, पारिवारिक तनाव और मानवीय मूल्यों को अत्यंत संवेदनशीलता के साथ दर्शाया गया। मुख्य पात्र होरी की भूमिका में राकेश पलाई ने अपने सशक्त और भावपूर्ण अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया। वहीं उनकी पत्नी धनिया की भूमिका में रिंकी जयसवाल ने एक साहसी और आत्मसम्मानी ग्रामीण महिला का चरित्र प्रभावी ढंग से निभाया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।

अन्य कलाकारों में रितेश प्रधान ने गांव के पंडित दातादीन, रौनक रौशन ने गोबर, केया महतो ने झुनिया, हरनीत बावा ने सोना, आशीष महतो ने भोला, राहुल सोरेन ने हीरा तथा रितिन कुमार ने सोभा की भूमिकाएं निभाईं। सभी कलाकारों ने अपने-अपने पात्रों के साथ न्याय करते हुए मंच पर जीवंत प्रस्तुति दी।

नाटक के संवाद, मंच सज्जा और प्रकाश व्यवस्था ने प्रेमचंद के साहित्य की आत्मा को सशक्त रूप से उभार दिया। ग्रामीण परिवेश को दर्शाती मंचीय रचना ने दर्शकों को कथा से भावनात्मक रूप से जोड़ दिया। कार्यक्रम के दौरान दर्शक दीर्घा में उपस्थित साहित्य प्रेमियों, विद्यार्थियों और शिक्षकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।

इस सफल मंचन के माध्यम से करिम सिटी कॉलेज के विद्यार्थियों ने यह संदेश दिया कि साहित्य और रंगमंच समाज को सोचने और जागरूक करने का एक प्रभावी माध्यम है। कार्यक्रम के अंत में दर्शकों ने कलाकारों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए प्रस्तुति की सराहना की।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक