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मुंबई, 14 दिसंबर (हि.स.)। महाराष्ट्र के गोंदिया में जिला पुलिस कार्यालय में 20 लाख रुपये का इनामी तीन माओवादियों ने हथियार समेत आत्मसमर्पण किया है। इनमें दर्रेकसा एरिया कमेटी के कमांडर का भी शामिल है। तीन नक्सलियों के आत्मसमर्पण से माओवादी गतिविधि को एक और बड़ा झटका लगा है। गोंदिया पुलिस ने यह जानकारी रविवार को दी।
गोंदिया पुलिस अधीक्षक कार्यालय की ओर से रविवार को दी गई जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के मेंधरी का रहने वाला रोशन उर्फ मारा वेदजा (35) बैन सीपीआई (नक्सली) के एमएमसी ज़ोन के तहत दारेकस एरिया कमेटी का कमांडर था। वेदजा, जिसके सिर पर 8 लाख रुपये का इनाम था, उसने एक सेल्फ-लोडिंग राइफल (एसएलआर), दो मैगज़ीन और 25 राउंड के साथ आत्मसमर्पण किया। उसके साथ दो एरिया कमेटी मेंबर भी थे, जिनकी पहचान बीजापुर के येरापल्ली के सुभाष उर्फ पोज्जा राव्वा (26) के तौर पर हुई, जिन्होंने दो मैगज़ीन , 23 राउंड और एक एसएलआर के साथ और नारायणपुर जिले के रेखापाल निवासी रतन उर्फ मनकू पोयम (25) ने एक राइफल, एक मैगज़ीन और 15 राउंड के साथ आत्मसमर्पण किया। दोनों पर 6-6 लाख रुपये का इनाम था।
पुलिस के अनुसार शनिवार शाम को इन नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। इससे पहले 28 नवंबर, 2025 को माओवादी विकास उर्फ अनिल उर्फ नवजोत नागपुरे समेत 11 हार्डकोर ने आत्मसमर्पण किया था। उस समय आत्मसमर्पण किए माओवादियों ने और पुलिस के संयुक्त प्रयास से इन तीनों माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। गोंदिया पुलिस ने अपील की है कि महाराष्ट्र सरकार की सरेंडर स्कीम के तहत, हथियार छोडक़र समाज की मुख्यधारा में आने वाले सभी नक्सलियों का ठीक से पुनर्वास किया जा रहा है, जो नक्सली आंदोलन में एक्टिव हैं, उन्हें हथियार छोडक़र मुख्यधारा में आ जाना चाहिए।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव