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बलरामपुर, 13 दिसंबर (हि.स.)। जिले में नेत्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और अंधत्व निवारण के उद्देश्य से सम्पूर्ण नेत्र सुरक्षा कार्यक्रम अभियान का चार दिवसीय आयोजन किया गया। इस अभियान का लक्ष्य विकासखंड स्तर पर अधिकतम लोगों को लाभ पहुंचाना और समय पर जांच व उपचार सुनिश्चित करना रहा।
कलेक्टर राजेंद्र कटारा के निर्देशन, जिला पंचायत सीईओ नयनतारा सिंह तोमर के मार्गदर्शन तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के नेतृत्व में यह अभियान संचालित किया गया। अभियान का उद्देश्य विकासखंड के शतप्रतिशत पात्र व्यक्तियों को नेत्र स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ना है, जिससे दृष्टि संबंधी समस्याओं का समय पर समाधान हो सके।
अभियान के तहत विकासखंड बलरामपुर के सभी 33 आयुष्मान आरोग्य मंदिर, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केंद्रों के अंतर्गत आने वाले ग्रामों में 50 वर्ष या उससे अधिक आयु के हितग्राहियों, जिनकी दृष्टि 3 मीटर से कम पाई गई, की नेत्र जांच और उपचार किया गया। चार दिवसीय अभियान के दौरान कुल 1445 लोगों का नेत्र परीक्षण किया गया। इनमें से 411 व्यक्तियों को मोतियाबिंद ऑपरेशन, टेरेजियम और दृष्टि दोष संबंधी उपचार व सत्यापन के लिए जिला चिकित्सालय बलरामपुर तथा आवश्यकता अनुसार उच्च चिकित्सा संस्थानों में रेफर किया गया।
इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय अंधत्व निवारण कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी विवेक सिंह, रुद्रमणि खेस, सहायक नोडल अधिकारी मनोज कुमार उपाध्याय, नेत्र प्रकाश सोर, विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक दुर्गेश त्रिपाठी सहित संजीव भगत, पंकज ठाकुर, विश्वजीत, रवि राजा शाक्य, अतुल ठाकुर और अन्य नेत्र चिकित्सा अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मियों ने सक्रिय सहभागिता निभाई।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी इस तरह के अभियानों के माध्यम से ग्रामीण और जरूरतमंद लोगों तक नेत्र स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जाती रहेंगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय