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लखनऊ, 11 दिसंबर (हि.स.)। व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता विभाग, उत्तर प्रदेश ने अखिल भारतीय व्यावसायिक परीक्षा, दिसंबर 2025 की तैयारियों को गति देते हुए सभी जिलाधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। प्रमुख सचिव डॉ. हरिओम द्वारा जारी पत्र में बताया गया है कि छूटे हुए/पूरक श्रेणी की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 15 दिसंबर से 19 दिसंबर 2025 तक आयोजित की जाएंगी। इसके लिए प्रयाेगात्मक परीक्षक मैपिंग की अनिवार्य समय सीमा 9 दिसंबर से 26 दिसंबर 2025 निर्धारित की गई है, जिसे परीक्षा से पूर्व पूर्ण किया जाना है।
प्रमुख सचिव ने बताया कि डीजीटी, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रयाेगात्मक परीक्षक मैपिंंग केवल उन परीक्षकों की, की जाएगी जो एसआईडीएच पाेर्टल पर विधिवत पंजीकृत हों। यदि किसी जनपद में पंजीकृत परीक्षकों की संख्या पर्याप्त नहीं है, तो नोडल राजकीय आईटीआई की अध्यक्षता में गठित समिति ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित करेगी तथा अभ्यर्थियों के शैक्षिक अभिलेख, योग्यता तथा अनुभव की जांच कर अनुमोदन सुनिश्चित करेगी।
इस उद्देश्य से तीन सदस्यीय समिति गठित की गयी है जिसमें जिलाधिकारी द्वारा नामित सदस्य (अध्यक्ष), नोडल राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का प्रधानाचार्य (सदस्य) तथा जनपद के अन्य राजकीय आईटीआई के प्रधानाचार्य/वरिष्ठतम कार्यदेशक (सदस्य) हैं। यह समिति डीजीटी के निर्धारित मानकों के अनुसार ही परीक्षकों का चयन सुनिश्चित करेगी ताकि प्रयोगात्मक परीक्षा सुचारू रूप से संपन्न हो सके।
प्रमुख सचिव डॉ. हरिओम ने सभी जिलाधिकारियों को से कहा है कि अधिक से अधिक परीक्षकों को एसआईडीएचपाेर्टल पर पंजीकरण के लिए प्रेरित किया जाए तथा परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार मैपिंग की प्रक्रिया निर्धारित समय में पूर्ण की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रयोगात्मक परीक्षाओं में किसी प्रकार की देरी या परीक्षकों की कमी न होने पाए, इसके लिए संबंधित नोडल प्रधानाचार्य समयबद्ध रूप से कार्यवाही करें।
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हिन्दुस्थान समाचार / शिव सिंह