आईआईटी (आईएसएम) धनबाद में सेमीकंडक्टर रिफ्रेशर कोर्स की शुरुआत
धनबाद, 11 दिसंबर (हि.स.)। आईआईटी (आईएसएम) धनबाद में गुरुवार को एडवांस्ड सेमीकंडक्टर डिवाइस, माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स और वीएलएसआई फार प्रोफिशिएंट एम्बेडेड सिस्टम डिजाइन विषय पर आयोजित रिफ्रेशर कोर्स का शुभारंभ i2h बिल्डिंग में हुआ। उद्घाटन सत्र में प्र
उद्घाटन सत्र में मौजूद आईआईटी (आइएसएम के प्रोफेसर


धनबाद, 11 दिसंबर (हि.स.)। आईआईटी (आईएसएम) धनबाद में गुरुवार को एडवांस्ड सेमीकंडक्टर डिवाइस, माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स और वीएलएसआई फार प्रोफिशिएंट एम्बेडेड सिस्टम डिजाइन विषय पर आयोजित रिफ्रेशर कोर्स का शुभारंभ i2h बिल्डिंग में हुआ। उद्घाटन सत्र में प्रो. केका ओझा, डीन (कंटिन्यूइंग एजुकेशन प्रोग्राम); प्रो. प्रदीप कुमार साधु, प्रोफेसर (एचएजी), इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग और प्रो. कौशिक मजूमदार, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग एवं कोर्स कोऑर्डिनेटर मौजूद रहे।

आज के उद्घाटन कार्यक्रम में करीब 35 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। यह रिफ्रेशर कोर्स 11 से 22 दिसंबर तक चलेगा और देशभर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से आए प्रतिभागियों को एडवांस्ड वाइड-बैंडगैप सेमीकंडक्टर मैटेरियल, ग्रुप III–V कंपाउंड सेमीकंडक्टर बेस्ड हेटेरोजंक्शन ट्रांजिस्टर, आधुनिक वीएलएसआई सर्किट डिजाइन, टीसीएडी आधारित मॉडलिंग और सीएमओएस , एमओएसएफईटी तथा एचईएफटी जैसे सेमीकंडक्टर डिवाइस के फैब्रिकेशन प्रोसेस की ट्रेनिंग देगा। इसके साथ ही डिजिटल आईसी डिजाइन, एम्बेडेड सबसिस्टम डेवलपमेंट और रियल-टाइम एम्बेडेड सिस्टम के व्यावहारिक पहलुओं पर भी विस्तृत सत्र आयोजित किए जाएंगे।

उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने भारत में सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी और माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स रिसर्च की बढ़ती जरूरत, इंडस्ट्री-एकेडेमिया सहयोग की अहमियत और इस क्षेत्र में कुशल मानव संसाधन तैयार करने में ऐसे कार्यक्रमों की भूमिका पर जोर दिया। यह 12 दिन का कोर्स एक्सपर्ट लेक्चर, हैंड्स-ऑन सेशंस और इंटरएक्टिव गतिविधियों के साथ प्रतिभागियों को आधुनिक तकनीकी अपडेट प्रदान करेगा, जिसमें प्रमुख राष्ट्रीय संस्थानों और शोध संगठनों के विशेषज्ञ शामिल होंगे।

कोर्स में पंजीकरण निःशुल्क है और इसे यूजीसी के कैरियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत मान्यता प्राप्त है। सभी सत्रों में उपस्थिति और मूल्यांकन परीक्षा पास करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिया जाएगा। बाहर से आने वाले प्रतिभागियों के लिए सीमित संख्या में कैंपस आवास की व्यवस्था भी की जा सकती है। यह कार्यक्रम सेमीकंडक्टर और एम्बेडेड सिस्टम शिक्षा को मजबूत करने में आईआईटी (आईएसएम) धनबाद की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और भारत के सेमीकंडक्टर मिशन के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार झा