अयोध्या में मिलेगा जल-पर्यटन का रोमांच, सरयू घाटों का तेज़ी से हो रहा आधुनिकीकरण
- सरयू तट पर बन रहा आधुनिक वॉटर स्पोर्ट रैम्प, बोट शेड और जेटी -2.39 करोड़ की लागत से पर्यटन विभाग बना रहा मजबूत रिटेनिंग वॉल और सुरक्षित जेटी अयोध्या, 11 दिसंबर (हि.स.)। रामनगरी अयोध्या अब आध्यात्मिक नगरी से आगे बढ़कर विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र ब
विकास कार्यो का निरीक्षण करते हुए प्राधिकरण उपाध्यक्ष


- सरयू तट पर बन रहा आधुनिक वॉटर स्पोर्ट रैम्प, बोट शेड और जेटी

-2.39 करोड़ की लागत से पर्यटन विभाग बना रहा मजबूत रिटेनिंग वॉल और सुरक्षित जेटी

अयोध्या, 11 दिसंबर (हि.स.)। रामनगरी अयोध्या अब आध्यात्मिक नगरी से आगे बढ़कर विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। सरयू नदी के किनारे चल रहा आधुनिकीकरण इसी परिवर्तन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। पर्यटन विभाग द्वारा 2.39 करोड़ रुपये की लागत से सरयू तट पर आधुनिक वॉटर स्पोर्ट रैम्प, बोट शेड, रिटेनिंग वॉल और जेटी का निर्माण युद्धस्तर पर किया जा रहा है। यह कार्य यूपीपीसीएल के सहयोग से समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ रहा है। इन आधुनिक सुविधाओं के तैयार होने से अयोध्या में आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक अब केवल धार्मिक दर्शन ही नहीं, बल्कि रोमांचक जल-पर्यटन का अनुभव भी उठा सकेंगे।

सरयू किनारे आधुनिक सुविधाओं का विकास

सरयू नदी के किनारों को सुरक्षित, आकर्षक और सुविधाजनक बनाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बाढ़ के दौरान घाटों को सुरक्षित रखने के लिए मजबूत रिटेनिंग वॉल बनाई जा रही है। इसके साथ ही नई जेटी से पर्यटक नाव पर सरयू नदी की सुंदरता का लुत्फ़ उठा सकेंगे।

पर्यटकों के लिए होंगी अत्याधुनिक वाटर स्पोर्ट गतिविधियां

यूपीपीसीएल के परियोजना प्रबंधक मनोज शर्मा के अनुसार, यह परियोजना सिर्फ सुंदरीकरण तक सीमित नहीं है। पर्यटन विभाग की योजना है कि सरयू नदी में स्पीड बोट, बनाना बोट राइड, जैसी जल गतिविधियों की शुरुआत की जाए। इसके लिए प्रशिक्षित लाइफगार्ड, विशेषज्ञ कोच और सुरक्षा टीम तैनात की जाएगी। सभी गतिविधियों में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा।

स्थानीय युवाओं और नाविक समुदाय के लिए बढ़ेंगे रोजगार के नए अवसर

इस परियोजना से अयोध्या में पर्यटन से जुड़े रोजगारों में बड़ा इजाफा होगा। बोट चालक, गाइड, लाइफगार्ड, प्रशिक्षक, पर्यटन सहायक। जैसे अनेक पदों पर स्थानीय युवाओं को अवसर मिलेगा। सरयू से पीढ़ियों से जुड़े नाविक समुदाय को भी आर्थिक सशक्तीकरण मिलेगा। साथ ही होटल, रेस्टोरेंट, ट्रैवल और हस्तशिल्प जैसे व्यवसायों में भी गतिविधियां बढ़ेंगी।

श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या से बढ़ी आधुनिक सुविधाओं की जरूरत

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के लोकार्पण के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या को “विश्व का सबसे भव्य और आधुनिक तीर्थ-पर्यटन केंद्र” बनाने को प्राथमिकता दी है। सरयू तट पर वाटर स्पोर्ट्स और आधुनिक जेटी जैसी सुविधाएं न केवल पर्यटकों की जरूरतें पूरी करेंगी, बल्कि अयोध्या को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर अग्रणी स्थान दिलाएंगी।

गुणवत्ता और पर्यावरण सुरक्षा पर विशेष ध्यान

निर्माण कार्य में उच्च गुणवत्ता वाली कंक्रीट और आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है ताकि यह संरचनाएं लंबे समय तक टिकाऊ रहें।पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए नदी की जैव-विविधता को सुरक्षित रखने के लिए विशेषज्ञों की सलाह ली जा रही है। सभी निर्माण और गतिविधियों को पर्यावरण के अनुकूल बनाया जा रहा है। सरयू के तट पर आधुनिक जल-पर्यटन सुविधाओं का विकास अयोध्या को भविष्य में एक अनोखे धार्मिक और एडवेंचर पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय