हिसार : नहीं माने परिजन, दूसरे दिन भी नहीं उठाया शव
पुलिस कर्मियों पर केस दर्ज होने तक शव न उठाने का ऐलान हिसार, 9 जुलाई (हि.स.)। शहर के भारत नगर में जन्मदिन पार्टी में डीजे बजाने को लेकर हुए विवाद में परिजनों ने दूसरे दिन भी मृतक का शव नहीं उठाया है। परिजनों ने स्पष्ट ऐलान किया है
नागरिक अस्पताल में धरने पर बैठे परिजन व अन्य।


पुलिस कर्मियों पर केस दर्ज होने तक शव न उठाने का ऐलान

हिसार, 9 जुलाई (हि.स.)। शहर के भारत नगर में जन्मदिन पार्टी में डीजे बजाने

को लेकर हुए विवाद में परिजनों ने दूसरे दिन भी मृतक का शव नहीं उठाया है। परिजनों

ने स्पष्ट ऐलान किया है जब तक घटना के जिम्मेवार पुलिस कर्मचारियों पर केस दर्ज नहीं

होता, तब तक वे शव नहीं उठाएंगे। इसी के साथ नागरिक अस्पताल में चल रहे परिजनों व समाज

के अन्य लोगों के धरने पर 21 सदस्यों की कमेटी गठित कर दी गई है, जो आगे के आंदोलन

की रूपरेखा तय करेगी।

नागरिक अस्पताल में धरने पर बैठे मृतक के परिजनों व समाज के अन्य लोगों ने

बुधवार काे कहा कि किसी तरह का ​अन्याय सहन नहीं किया जाएगा। वे केवल इतना चाहते हैं कि जिस पुलिस

कर्मचारी का जितना दोष है, उस पर उसी अनुसार केस दर्ज कर दिया जाए। धरने पर बैठे लोगों

ने स्पष्ट कहा कि घटना के लिए पूर्ण रूप से पुलिस जिम्मेदार है। जब तक पुलिस कर्मचारियों

पर कार्रवाई नहीं होगी, वे किसी भी सूरत में शव नहीं उठाएंगे।

धरने पर बनाई 21 सदस्यीय कमेटी

समाज के लोगों ने आपसी विचार-विमर्श के बाद आगामी आंदोलन चलाने के लिए 21 सदस्यीय

कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी आगामी आंदोलन की रूपरेखा तय करेगी। इस 21 सदस्यीय कमेटी

में विभिन्न क्षेत्रों से गणमान्य व्यक्ति शामिल किए गए हैं।

पांच सदस्यीय कमेटी करेगी मुख्य फैसले

समाज की ओर से गठित 21 सदस्यीय कमेटी में से ही पांच सदस्यीय मुख्य कमेटी बनाई

गई है। यह कमेटी मीडिया को जानकारी देने, प्रशासन से बात करने सहित अन्य मुख्य फैसले

लेगी। इस कमेटी में ताराचंद बलियाली, पार्षद राजेन्द्र बिडलान, कमल, कुलदीप व मृतक

युवक का पिता शामिल है। इसके अलावा नगर निगम के सफाई कर्मचारी यूनियन से सुरेन्द्र

को भी इस कमेटी में शामिल किया गया है।

सुबह 10 बजे तक का अल्टीमेटम

समाज की ओर से पुलिस प्रशासन को बुधवार सुबह 10 बजे तक का अल्टीमेटम दिया गया

था कि इस अवधि तक घटना के जिम्मेवार पुलिस कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए। परिजनों

का आरोप है कि समयावधि बीत जाने के बावजूद पुलिस की ओर सेे उन्हें कोई संतोषजनक जवाब

नहीं दिया गया, जिस वजह से कमेटी बनाकर आंदोलन रणनीति का निर्णय लेना पड़ा।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर