फिरौती देने के बहाने बुलवाकर फिल्मी स्टाइल में तीन अपहरणकर्ताओं को पुलिस ने दबोचा
पुलिस लाइन में एसएसपी ने घटना का किया खुलासा, एसपी सिटी, सीओ गोरखनाथ रहे मौजूद*


गोरखपुर, 26 जुलाई (हि.स.)। महानगर के शाहपुर थाना क्षेत्र के पादरी बाजार निवासी रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी अशोक जायसवाल का बीते शुक्रवार की सुबह 5: 30 बजे कार से अपहरण कर लिया गया था। बदमाशों ने अशोक की पत्नी से एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। वहीं घटना के महज 12 घण्टों के अंदर ही शाहपुर पुलिस ने एसओजी टीम के मदद से तीन बदमाशों को फिल्मी स्टाइल में पकड़ कर अशोक जायसवाल को सकुशल बरामद कर लिया।

पुलिस की जांच में सामने आया है कि बदमाशों ने वारदात को अंजाम देने से पहले रेकी की थी। वह अशोक के दैनिक दिनचर्या के बारे में जानते थे और उन्हें कौवाबाग अंडरपास पर रोककर कार में बैठाकर ले गए थे। पुलिस ने अशोक की पत्नी को समझा दिया था कि दोबारा कॉल आए तो बदमाशों को रुपये देने की बातचीत में उलझाएं। जब बदमाश रुपये लेने पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें दबोच लिया और अशोक जायसवाल को सुरक्षित मुक्त करा लिया। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि बदमाशों और एयरफोर्स कर्मी में रुपये का कोई पुराना लेन-देन नहीं है। उन्होंने पत्नी पर दबाव बनाने के लिए ऐसा बोला था। पुलिस इसकी जांच कर रही है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि बदमाशों ने वारदात को अंजाम देने से पहले उनके दैनिक दिनचर्या की रेकी की थी। वह कितने बजे घर से निकलते हैं और कब स्टेडियम पहुंचते थे इन सबके बारे में उन्हें पहले से जानकारी थी। अंडरपास के पास सुबह के समय बहुत कम लोगों का आवागमन रहता है। इसीलिए उन्होंने वारदात को अंजाम देने के लिए इस जगह को चुना। सुबह 5:30 बजे के करीब जैसे ही अशोक वहां पहुंचे तो कार सवार बदमाशों ने उन्हें रोक लिया। पहले उन्हें बातों में उलझाया इसके बाद जबरदस्ती कार में बैठाकर ले गए। मौके पर सन्नाटा होने की वजह से किसी को भी इसकी जानकारी नहीं हो सकी। काफी देर तक वह घर नहीं पहुंचे तब जाकर घरवालों ने खोजबीन शुरू की।

अशोक क्षेत्र में एक सम्मानित व्यक्ति माने जाते हैं। उनके अचानक इस तरह गायब हो जाने और फिरौती की कॉल आने से स्थानीय लोग भी परेशान हो गए बदमाशों ने अशोक को कार में बैठाने के बाद बदमाश पूरे शहर में घूमते रहे वह उन्हें लेकर अयोध्या तक गए थे। करीब चार घंटे तक घुमाने के बाद उन्होंने पत्नी सुषमा जायसवाल को कॉल किया। कॉल करने से पहले अशोक को धमका कर बोला था कि बातचीत के दौरान पुराने लेन-देन का जिक्र करें। बदमाशों ने पत्नी से एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। कॉल के बाद बदमाश उन्हें लेकर फिर से शहर भर में घूमते रहे। पुलिस को भी इसकी भनक नहीं लगी। शाहपुर थाना पुलिस ने रेलवे स्टेडियम से लेकर अशोक जायसवाल के आवास तक के रूट में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाल लिए। साथ ही मोबाइल काॅल डिटेल और व्हाट्सएप नंबर की आईपी ट्रेसिंग की। फिरौती की कॉल आने के बाद पत्नी ने पुलिस को सूचना दी। इससे पुलिस के भी हाथ-पांव फूल गए।

सूचना मिलते ही पुलिस ने केस दर्ज कर तलाश के लिए छह टीमें लगा दी थीं। उन्होंने शहर भर में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल ली। फिर पुलिस ने बदमाशों को फिल्मी स्टाइल में पकड़ लिया। अशोक जायसवाल की पत्नी के पास फिरौती की कॉल आई तो पुलिस टीम सक्रिय हो गई थी। वह दोबारा कॉल आने के इंतजार में थी। पुलिस ने अशोक की पत्नी को समझा दिया था कि दोबारा कॉल आए तो बदमाशों को रुपये देने की बातचीत में उलझाएं। शाम को कॉल आई तो उन्हें रुपये देने की बात कही। इसके लिए बदमाशों ने कालेसर जीरो प्वॉइंट को चुना। जीरो प्वॉइंट पर बदमाश जैसे ही रुपये लेने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें दबोच लिया और अशोक जायसवाल को सुरक्षित मुक्त करा लिया। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई कार को भी कब्जे में ले लिया। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि बदमाशों और एयरफोर्स कर्मी में रुपये का कोई पुराना लेन-देन नहीं है। उन्होंने पत्नी पर दबाव बनाने के लिए ऐसा बोला था। वहीं, आरोपियों पर पहले से दर्ज किसी केस की बात सामने नहीं आई है। इस वारदात को क्यों अंजाम दिया, पुलिस इसकी जांच कर रही है।

प्रेस वार्ता के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर ने बताया कि सुबह एक्सरसाइज करने के लिए अपने घर से अशोक निकले थे और घर नही लौटे। सुबह 10:30 बजे उनकी पत्नी के नंबर पर उनका कॉल आया जिसमें शिवकुमार जायसवाल ने बताया कि उनका कोई लेन देन बकाया था और जिन लोगों से लेनदेन बकाया था उन लोगों ने ज़बरदस्ती उनको बैठा लिया है यह सूचना प्राप्त होते ही तुरंत थाना शाहपुर पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया एवं उनके सकुशल बरामदगी के लिए पुलिस की छह टीमों को गठन किया गया था जिसके फल स्वरुप अशोक कुमार जायसवाल को 12 घंटे के अंदर सकुशल बरामद कर उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है। एवं तीन अभियुक्त करुणेश दुबे, श्याम सुंदर एवं जनार्दन गौंड को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया ।

एसएसपी ने बताया कि फरार चार वांछित अभियुक्त कलालुद्दीन निवासी जद्दू पट्टी थाना सिकरीगंज, प्रीतम कुमार निवासी डेबरा थाना सिकरीगंज, शेरू सिंह निवासी कोलिया दक्षिण नौसढ़ थाना गीडा व अंश को हमारी पुलिस जल्द गिरफ्तार कर लेगी। घटना में प्रयुक्त एक अदद मोबाइल फोन एक चार पहिया वाहन एक देसी तमंचा 315 बोर दो अदद जिंदा कारतूस 315 बोर बरामद किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय